स्कूल में राष्ट्रगान प्रतिबंधित होने का मुद्दा लोकसभा में उठा
उत्तर प्रदेश के एक स्कूल में राष्ट्रगान को प्रतिबंधित किए जाने का मुद्दा आज लोकसभा में उठा और केंद्र सरकार से इस मामले में सख्त कदम उठाने की मांग की गयी।
उत्तर प्रदेश के एक स्कूल में राष्ट्रगान को प्रतिबंधित किए जाने का मुद्दा आज लोकसभा में उठा और केंद्र सरकार से इस मामले में सख्त कदम उठाने की मांग की गयी ताकि भविष्य में ऐसी कोई घटना सामने नहीं आए। भाजपा के किरीट सोमैया ने सदन में शून्यकाल में यह मामला उठाते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद में एक स्कूल में राष्ट्र गान को प्रतिबंधित कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि स्कूल के प्रबंधक जिया उल हक ने स्कूल में राष्ट्रगान को प्रतिबंधित कर रखा है। इतना ही नहीं वंदेमातरम और सरस्वती वंदना पर भी रोक लगा रखी है।
सोमैया ने कहा कि इस घटना के चलते स्कूल के प्राचार्य और आठ शिक्षक त्यागपत्र देकर चले गए हैं। उनका कहना था कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पिछले दिनों स्वतंत्रता सेनानी चंद्रशेखर आजाद के गांव गए और केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू गांधी मैदान में गए लेकिन दूसरी ओर देश में इस प्रकार की घटनाएं हो रही हैं। उन्होंने इस मामले में केंद्र सरकार से कोई निर्णय लेने को कहा ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटनाएं नहीं हों।
भाजपा के जगदम्बिका पाल सहित कई सदस्यों ने खुद को सोमैया के बयान से संबद्ध किया और मंत्री से इस बारे में बयान देने की मांग की। संसदीय मामलों के राज्य मंत्री एसएस आहलूवालिया ने इस घटना को दुर्भाग्यजनक बताया और कहा कि वह संबंधित मंत्री को इस घटना से अवगत करा देंगे और वह जो भी कार्रवाई करेंगे उससे सदन को बताएंगे। गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद में राष्ट्रगान को ‘गैर इस्लामी’ बताते हुए इसके गान पर रोक लगाने वाले स्कूल एमए कान्वेंट स्कूल को बंद कर दिया गया है और उसके प्रबंधक को गिरफ्तार कर लिया गया है।
अन्य न्यूज़