ब्रिक्स की बैठक में जयशंकर ने आतंकवाद से निपटने के लिए व्यापक सहयोग का किया आह्वान

Jaishankar

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने समकालीन वैश्विक वास्तविकताओं और दुनिया के लाखों लोगों की भावनाओं को प्रतिबिंबित करने के लिए संयुक्त राष्ट्र में सुधार की आवश्यकता पर भी जोर दिया।

नयी दिल्ली। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शुक्रवार को ब्रिक्स देशों के समूह से आतंकवाद के खतरे से निपटने के लिए सहयोग बढ़ाने का आह्वान किया। जयशंकर ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से आयोजित बैठक में यह बात कही। उनके चीनी समकक्ष वांग यी ने भी सम्मेलन में हिस्सा लिया। विदेश मंत्रालय के मुताबिक, अपने संबोधन में जयशंकर ने समकालीन वैश्विक वास्तविकताओं और दुनिया के लाखों लोगों की भावनाओं को प्रतिबिंबित करने के लिए संयुक्त राष्ट्र में सुधार की आवश्यकता पर भी जोर दिया। विदेश मंत्री ने विश्व व्यापार संगठन, अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष और विश्व स्वास्थ्य संगठन जैसे अंतरराष्ट्रीय निकायों में सुधार के साथ ही संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की स्थायी और अस्थायी दोनों श्रेणियों में विस्तार का भी आह्वान किया।

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ब्रिक्स के सदस्य देशों में ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका शामिल हैं। सम्मेलन की अध्यक्षता रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने की, जिसमें ब्राजील के विदेश मंत्री एर्नेस्टो, चीन के विदेश मंत्री वांग, दक्षिण अफ्रीका के विदेश मंत्री ग्रेस नालेदी पैंडोर और जयशंकर ने हिस्सा लिया। सम्मेलन के बाद जारी एक संयुक्त बयान में कहा गया है कि मंत्रियों ने बढ़ती हिंसा और दुनिया के विभिन्न हिस्सों में जारी संघर्षों पर चिंता व्यक्त की, जिनका क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय दोनों स्तरों पर गहरा प्रभाव पड़ा है। बयान के मुताबिक विवादों को अंतरराष्ट्रीय कानूनी नियमों के तहत राजनयिक जुड़ाव एवं राजनीतिक वार्ता के माध्यम से शांतिपूर्ण और कूटनीतिक तरीके से हल किया जाना चाहिए। गौरतलब है कि ब्रिक्स के सदस्य देशों भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख क्षेत्र में पिछले चार महीने से गतिरोध बरकरार है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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