जितेन्द्र सिंह ने विज्ञान मंत्रालयों से कृषि, रेलवे, सड़क परिवहन से जुड़े ऐप बनाने को कहा

Jitendra Singh

विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री जितेन्द्र सिंह ने बताया कि इस बात का विशेष ध्यान रखा जा रहा है कि आज हर क्षेत्र वैज्ञानिक प्रौद्योगिकी पर काफी हद तक निर्भर हो गया है।

विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री जितेन्द्र सिंह ने रविवार को कहा कि अब कोठरियों में बंद रहकर काम करने के दिन चले गए हैं और अब किसी विभाग या मंत्रालय विशेष की परियोजनाओं के स्थान पर थीम आधारित परियोजनाएं शुरू करने का वक्त आ गया है।

पत्र सूचना कार्यालय की ओर से रविवार को जारी बयान के अनुसार, मंत्री ने कहा कि उन्होंने सभी विज्ञान मंत्रालयों के साथ-साथ विभागों की नियमित संयुक्त बैठकें आयोजित करना शुरू कर दिया है और इस महीने के अंत से पहले वह सभी राज्यों तथा केंद्र शासित प्रदेशों के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रियों की एक संयुक्त बैठक भी आयोजित करेंगे।

डॉ. सिंह ने कहा कि स्टार्ट-अप्स, उद्योग और अन्य हितधारकों को शामिल करने के लिए इस एकीकृत दृष्टिकोण को आगे बढ़ाया जाएगा। सिंह ने कहा कि सीमित दायरे में रहकर काम करने का युग समाप्त हो चुका है।

उन्होंने एक विशेष मंत्रालय आधारित या विभाग आधारित परियोजनाओं के बजाय एकीकृत विषय आधारित परियोजनाओं पर मिलकर काम करने की आवश्यकता पर बल दिया। मंत्री ने कहा कि विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, पृथ्वी विज्ञान, परमाणु ऊर्जा, अंतरिक्ष / इसरो, सीएसआईआर, जैव प्रौद्योगिकी आदि सहित सभी विज्ञान मंत्रालयों और विभागों के प्रतिनिधि अलग-अलग मंत्रालयों में से प्रत्येक के साथ व्यापक मंथन में लगे हुए हैं।

उन्होंने कहा कि भारत सरकार कृषि, रेलवे, सड़क व जल शक्ति आदि से लेकर किस क्षेत्र में कौन से वैज्ञानिक अनुप्रयोगों का इस्तेमाल किया जा सकता है, इस पर काम करने के लिए लगातार प्रयासरत है। सिंह ने बताया कि इस बात का विशेष ध्यान रखा जा रहा है कि आज हर क्षेत्र वैज्ञानिक प्रौद्योगिकी पर काफी हद तक निर्भर हो गया है।        

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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