कश्मीरी भारत को ‘आधिपत्य जमाने वाली ताकत’ के तौर पर देखता है: इल्तिजा मुफ्ती
आम कश्मीरी क्या चाहता है, इस सवाल पर इल्तिजा ने कहा, ‘‘मैं जानती हूं कि इस बारे में बोलकर मैं बड़ी परेशानी में पड़ सकती हूं, लेकिन आम कश्मीरी भारत को आधिपत्य जमाने वाली ताकत के तौर पर देखता है। उनमें से अधिकतर पाकिस्तान के बारे में सोचते तक नहीं हैं।
मुंबई। जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती ने शुक्रवार को यहां कहा कि एक आम कश्मीरी भारत को ‘आधिपत्य जमाने वाली ताकत’ के तौर पर देखता है। इल्तिजा ने यहां इंडिया टुडे कॉन्क्लेव को संबोधित करते हुए कहा कि जब चंद्रयान 2 मिशन कामयाब नहीं हुआ तो लोगों ने दुख जताया, लेकिन कश्मीरियों की हालत पर सहानुभूति नहीं जताई। इल्तिजा की मां महबूबा मुफ्ती जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधान समाप्त किये जाने के समय से ही एहतियातन हिरासत में हैं। उन्होंने कहा, ‘‘कश्मीरी गहरा आघात और विश्वासघात महसूस कर रहे हैं। मुझे नहीं पता कि आप नुकसान तथा कश्मीरी जनता को पहुंचे दर्द की भरपाई कैसे करेंगे।’’ इल्तिजा ने आरोप लगाया कि भाजपा दावा करती है कि अनुच्छेद 370 को हटाने से कश्मीर के विकास और यहां की महिलाओं के उद्धार का रास्ता साफ होगा, जबिक यह केवल देश के एकमात्र मुस्लिम बहुल राज्य में भौगोलिक बदलाव करने का ‘‘कवच’’ मात्र है। आम कश्मीरी क्या चाहता है, इस सवाल पर इल्तिजा ने कहा, ‘‘मैं जानती हूं कि इस बारे में बोलकर मैं बड़ी परेशानी में पड़ सकती हूं, लेकिन आम कश्मीरी भारत को आधिपत्य जमाने वाली ताकत के तौर पर देखता है। उनमें से अधिकतर पाकिस्तान के बारे में सोचते तक नहीं हैं। वे आजादी चाहते हैं। यह सच है।’’
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उन्होंने तीन दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन पर उनकी अपनी मां से मुलाकात का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा, ‘‘मैंने खुद से कहा, मोदी साहब, 10-11 साल के बच्चों का अपहरण किया गया, उनकी मांएं रात में सो नहीं पातीं और अपने बच्चों के बारे में सोचती रहती हैं। आप (मोदी) अपनी मां से मिल सकते हैं, क्या हमें यह हक नहीं है। क्या मुझे अपनी मां से मिलने का हक नहीं है? मुझे उच्चतम न्यायालय क्यों जाना पड़ा, मोदी जी?’’
इल्तिजा ने शीर्ष अदालत में गुहार लगाई थी कि उन्हें महबूबा मुफ्ती से मिलने की इजाजत दी जाए। उच्चतम न्यायालय ने अनुमति दे दी। इल्तिजा ने कहा, ‘‘मैंने मीडिया में उनकी (मोदी की) तितलियां उड़ाते हुए तस्वीरें देखीं। आप तितलियों को आजाद कर रहे हैं, हम भी इंसान हैं, क्या नहीं हैं? हमें आजादी का हक नहीं है?’’ उन्होंने कहा कि ताकत के बल पर कश्मीरियों का दिल नहीं जीता जा सकता। उनसे बात करके ही उनका दिल जीता जा सकता है।
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