जानिये कौन हैं अरुण सिंह, जिन्हें भाजपा ने सौंपा है राजस्थान और कर्नाटक का प्रभार

arun singh BJP
अंकित सिंह । Apr 4 2022 3:56PM

दोनों ही राज्य भाजपा के लिए काफी अहम है। हाल में ही कर्नाटक में मुख्यमंत्री परिवर्तन में अरुण सिंह की भूमिका काफी सराहनीय रही। इसके अलावा राजस्थान में भी वसुंधरा राजे और सतीश पूनिया गुट को एक साथ करने में अरुण सिंह कामयाब होते दिखाई दे रहे हैं।

भाजपा की ओर से कोई भी आदेश जारी होता है तो उसके नीचे एक व्यक्ति का नाम लिखा होता है। वह नाम है अरुण सिंह का। अरुण सिंह फिलहाल भारतीय जनता पार्टी के महासचिव हैं और राष्ट्रीय कार्यालय प्रभारी हैं। 17 जून 2015 से इस पद पर बने हुए हैं। इसके साथ ही अरुण सिंह के पास दो बड़े राज्यों का प्रभार भी है। वर्तमान में अरुण सिंह राजस्थान और कर्नाटक के प्रभारी हैं। दोनों ही राज्य भाजपा के लिए काफी अहम है। हाल में ही कर्नाटक में मुख्यमंत्री परिवर्तन में अरुण सिंह की भूमिका काफी सराहनीय रही। इसके अलावा राजस्थान में भी वसुंधरा राजे और सतीश पूनिया गुट को एक साथ करने में अरुण सिंह कामयाब होते दिखाई दे रहे हैं। 

इसे भी पढ़ें: गुजरात में कांग्रेस के सबसे धाकड़ नेता हैं शक्तिसिंह गोहिल, विधानसभा चुनाव में बिखेरेंगे अपना जलवा

इसके पहले अरुण सिंह उड़ीसा के भी इंचार्ज रहे हैं। उड़ीसा में पार्टी संगठन को मजबूत करने में अरुण सिंह की भूमिका काफी बेहतर रही। कहा जाता है कि अरुण सिंह ने अपनी कुशल रणनीति के बदौलत पार्टी के जड़ों को उड़ीसा में काफी मजबूत किया। उड़ीसा में पार्टी से लोगों को जोड़ने में भी अरुण सिंह ने बेहतरीन काम किया। यही कारण था कि उन्हें पार्टी लगातार बड़ी भूमिका देती रही। इसके अलावा भाजपा के राष्ट्रीय सदस्यता कार्यक्रम के भी सचिव और सह प्रमुख थे। यह वही दौर था जब भारतीय जनता पार्टी दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी। 2019 में अरुण सिंह पहली बार राज्यसभा पहुंचे। पार्टी ने उन्हें उत्तर प्रदेश से राज्यसभा भेजा। 

इसे भी पढ़ें: थमने का नाम नहीं ले रहा है हलाल मीट संग्राम, क्या नए आदेश ने बढ़ाया विवाद? भाजपा-कांग्रेस भी आमने-सामने

अरुण सिंह को दोबारा 2020 में भी राज्यसभा के लिए चुना गया। वह पार्टी की गतिविधियों में लगातार सक्रिय रहते हैं। उन्होंने विभिन्न मुद्दों को राज्यसभा में उठाया है। इसके अलावा वह संसद के कई समितियों के सदस्य भी हैं। अरुण सिंह का जन्म 4 अप्रैल 1965 को उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले में हुआ था। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा दिक्षा मिर्जापुर में ही पूरी की। बाद में वह इलाहाबाद विश्वविद्यालय से कॉमर्स में ग्रेजुएट हुए। आगे की पढ़ाई के लिए वह दिल्ली पहुंचे जहां उन्होंने 1988 में चार्टर्ड अकाउंटेंट की परीक्षा पास की। उन्होंने देश के विभिन्न हिस्सों का ऑडिटर के तौर पर भ्रमण किया है। शुरुआत के ही दिनों में वह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सदस्य बन गए थे। बाद में उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के यूथ विंग का दामन थामा। 

We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़