Lawrence Bishnoi के बचपन का दोस्त, 50 से ज्यादा क्राइम केस, अजरबैजान से किसे पकड़ लाई ATS

Lawrence Bishnoi
ANI
अभिनय आकाश । Aug 23 2025 2:17PM

एटीएस एसपी ऋषव कुमार झा ने कहा कि हमने उसे बाकू, अज़रबैजान से प्रत्यर्पित किया है। झारखंड पुलिस के इतिहास में यह पहला सफल प्रत्यर्पण है और हमें उम्मीद है कि देश से बाहर रह रहे बाकी अपराधियों को भी जल्द ही प्रत्यर्पित या निर्वासित कर दिया जाएगा।

झारखंड पुलिस के आतंकवाद निरोधी दस्ते (एटीएस) ने शनिवार को गैंगस्टर मयंक सिंह को अज़रबैजान के बाकू से प्रत्यर्पित कर दिया। सिंह उर्फ ​​सुनील मीणा के खिलाफ झारखंड, राजस्थान, पंजाब और अन्य राज्यों में 50 से ज़्यादा मामले दर्ज हैं। अब उसे रामगढ़ कोर्ट में पेश किया जाएगा, जहाँ पुलिस उसकी रिमांड की माँग करेगी। समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, एटीएस एसपी ऋषव कुमार झा ने कहा कि हमने उसे बाकू, अज़रबैजान से प्रत्यर्पित किया है। झारखंड पुलिस के इतिहास में यह पहला सफल प्रत्यर्पण है और हमें उम्मीद है कि देश से बाहर रह रहे बाकी अपराधियों को भी जल्द ही प्रत्यर्पित या निर्वासित कर दिया जाएगा। 

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मयंक सिंह उर्फ़ सुनील मीणा कौन है?

सिंह के ख़िलाफ़ 50 से ज़्यादा मामले दर्ज हैं। इसी वजह से वह भारत से भाग गया, लेकिन व्यापारियों को धमकाता रहा और जबरन वसूली का धंधा करता रहा। इसी वजह से वह इंटरपोल की नज़र में आया और उसे रेड कॉर्नर नोटिस सूची में डाल दिया गया। अक्टूबर 2024 में उसे अज़रबैजान के दातू में गिरफ़्तार किया गया। गौरतलब है कि वह अज़रबैजान से प्रत्यर्पित होने वाला भारत का पहला गैंगस्टर नहीं है। 2024 में संजीव कुमार उर्फ़ हर्ष को अज़रबैजान के बाकू से प्रत्यर्पित किया गया था।

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 बिश्नोई गिरोह के साथ सिंह का कनेक्शन

झारखंड पुलिस का मानना ​​है कि सिंह के गैंगस्टर अमन साहू के साथ घनिष्ठ संबंध हैं, और उसने लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के साथ भी संपर्क बनाए रखा है, जिससे उन्हें अंतर-राज्यीय अभियानों में समन्वय करने में मदद मिली है। 2024 में, झारखंड पुलिस ने साहू के गिरोह के चार शूटरों को भी गिरफ्तार किया था। झारखंड पुलिस का मानना ​​है कि ये शूटर अपने कार्यों और पहचान के लिए कोडनेम का इस्तेमाल करते हुए सिंह के निर्देश पर बिश्नोई और साहू गिरोहों के अभियानों को अंजाम दे रहे थे।

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