नेता प्रतिपक्ष भार्गव के खिलाफ आचार संहिता उल्लंघन का मामला दर्ज

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[email protected] । Oct 1 2019 5:23PM

डामोर इस साल हुए लोकसभा चुनाव में रतलाम-झाबुआ सीट से सांसद बन गए हैं। इसलिए उन्होंने संबंधित सीट से इशरत जहां की मां ने खुद को ‘नाउम्मीद और बेबस’ बताया, सुनवायी में नहीं लेना चाहती भाग।

झाबुआ/भोपाल। चुनावी जनसभा में भाषण के दौरान झाबुआ विधानसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी के खिलाफ विवादास्पद बयान को लेकर मध्य प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव के खिलाफ निर्वाचन आयोग ने सोमवार रात आचार संहिता उल्लंघन का मामला दर्ज कराया। झाबुआ विधानसभा सीट पर 21 अक्टूबर को होने वाले उपचुनाव के लिए प्रचार करने पहुंचे भाजपा नेता भार्गव ने सोमवार को झाबुआ के राजवाड़ा चौक पर विवादित बयान देते हुए कहा था कि यह कांग्रेस और भाजपा के बीच होने वाला चुनाव नहीं है, बल्कि यह ‘हिन्दुस्तान और पाकिस्तान’ के मध्य चुनाव है। इस सीट पर भाजपा प्रत्याशी भानू भूरिया भारत के प्रतिनिधि हैं, इसलिए उन्हें जिताएं, जबकि कांग्रेस प्रत्याशी कांतिलाल भूरिया पाकिस्तान का प्रतिनिधित्व करते हैं।

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इस बयान के तुरंत बाद प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता एवं प्रभारी चुनाव आयोग कार्य जे.पी. धनोपिया ने राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी से भार्गव के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग की थी और कहा था कि विवादास्पद बयान आचार संहिता का उल्लंघन है। इसके बाद निर्वाचन आयोग ने इसे आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन मानते हुए सोमवार रात भार्गव के खिलाफ झाबुआ के पुलिस कोतवाली थाने में मामला दर्ज कराया।राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी वी एल कांता राव ने मंगलवार को ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘हमने भार्गव के विवादित बयान पर जिला निर्वाचन अधिकारी एवं झाबुआ कलेक्टर से रिपोर्ट मांगी थी। हमने इस विवादित बयान को आचार संहिता का उल्लंघन पाया, जिसके बाद प्राथमिकी दर्ज की गई।’’झाबुआ जिले के पुलिस अधीक्षक विनीत जैन ने बताया कि सोमवार रात झाबुआ विधानसभा के रिटर्निंग अधिकारी अभय सिंह खराडी द्वारा इस मामले में थाने में प्रतिवेदन दिया गया। गोपाल भार्गव के खिलाफ भादंवि की धारा 153-बी(1), 505(2), 188 और लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम 123(1)(2), 125 के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है।

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उन्होंने कहा कि सहायक उपनिरीक्षक छोटे खान मंसूरी को मामले की जांच सौंपी गई है।पूर्व केन्द्रीय मंत्री कांतिलाल भूरिया (68) एवं भानू भूरिया (36) ने अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित इस सीट से कल अपने-अपने नामांकन पत्र दाखिल किए। भाजपा विधायक गुमान सिंह डामोर के त्यागपत्र देने से झाबुआ सीट वर्तमान में खाली है। डामोर इस साल हुए लोकसभा चुनाव में रतलाम-झाबुआ सीट से सांसद बन गए हैं। इसलिए उन्होंने संबंधित सीट से इशरत जहां की मां ने खुद को ‘नाउम्मीद और बेबस’ बताया, सुनवायी में नहीं लेना चाहती भाग।

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