नरम हिंदुत्व की राह पर ममता बनर्जी, हिंदू वोट को लामबंद करने की कोशिश तेज
ममता बनर्जी ने दुर्गा पूजा को लेकर एक लोकप्रिय महालया गीत 'जागो तुमि जागो...' गाया। उसी का एक वीडियो अपने फेसबुक हैंडल पर भी पोस्ट किया। इस गाने में ममता बनर्जी ने उम्मीद जताई कि अफ्फान चक्रवात और कोरोनावायरस के बावजूद राज्य विकास की शिखर को प्राप्त कर आगे बढ़ेगा।
पश्चिम बंगाल में अगले साल विधानसभा के चुनाव होने है। ममता बनर्जी को वामपंथ और कांग्रेस की बजाय भाजपा से कड़ी टक्कर मिल सकती है। ऐसे में वह लोगों के दिलों को जीतने के लिए तरह-तरह के उपाय अपना रही हैं। इसी कड़ी में उन्होंने अपने कलात्मक अंदाज से लोगों को आकर्षित करने की कोशिश की हैं। इसके लिए उन्होंने किताबें लिखी हैं, पेंटिंग्स बनाए हैं, गीत लिखे हैं और खुद उसका गायन भी किया है। लोगों को यह पसंद भी आया है। CAA के विरोध प्रदर्शन के दौरान ममता बनर्जी की 'ची-ची' भी खूब मशहूर हुई थी। अब ममता बनर्जी ने दुर्गा पूजा को ध्यान में रखते हुए एक और गाना गाया है। यह खूब मशहूर भी हो रहा है।
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ममता बनर्जी ने दुर्गा पूजा को लेकर एक लोकप्रिय महालया गीत 'जागो तुमि जागो...' गाया। उसी का एक वीडियो अपने फेसबुक हैंडल पर भी पोस्ट किया। इस गाने में ममता बनर्जी ने उम्मीद जताई कि अफ्फान चक्रवात और कोरोनावायरस के बावजूद राज्य विकास की शिखर को प्राप्त कर आगे बढ़ेगा। भले ही ममता बनर्जी इस गाने में विकास और रोजगार की बात कर रही हैं पर राजनीतिक विशेषज्ञ इसे अलग नजर से देख रहे हैं। राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि ममता बनर्जी दुर्गा पूजा के इस गाने से पश्चिम बंगाल में हिंदू वोटों को एकमुश्त करने में जुटी हुई हैं। इस बार के विधानसभा चुनाव में ममता बनर्जी को सबसे ज्यादा खतरा भाजपा से ही है। ऐसे में वह हिंदुत्व की राह अपनाकर भाजपा को चित कर सकती हैं और इसी वजह से ममता बनर्जी और उनकी पार्टी नरम हिंदुत्व के सहारे आगे बढ़ रही है।
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इसी नरम हिंदुत्व को ध्यान में रखकर ममता बनर्जी ने राज्य की प्रत्येक दुर्गा पूजा समिति को पचास-पचास हजार रुपये उपलब्ध कराने की घोषणा की। राज्य की करीब 37 हजार दुर्गा पूजा समितियों के लिए कई तरह की राहत की घोषणा करते हुए बनर्जी ने कहा कि दमकल विभाग, कोलकाता नगर निगम, अन्य नगर निकाय और पंचायत अपनी सेवाओं के लिए पूजा समितियों से किसी तरह का कर या शुल्क वसूल नहीं करेंगी। उन्होंने कहा, ‘‘कोविड महामारी के चलते यह हम सभी के लिए कठिन समय रहा है। हमने राज्य की प्रत्येक दुर्गा समिति को पचास-पचास हजार रुपये उपलब्ध कराने का निर्णय किया है। हमने यह भी निर्णय किया है कि कलकत्ता विद्युत आपूर्ति निगम और राज्य विद्युत बोर्ड पूजा समितियों को 50 प्रतिशत छूट उपलब्ध कराएंगे।
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पश्चिम बंगाल में 2021 के विधानसभा चुनाव से पहले हिंदू पुजारियों को भत्ता देने की तृणमूल सरकार की योजना, तुष्टिकरण के आरोपों की काट और भारतीय जनता पार्टी को मात देने की सोची समझी रणनीति प्रतीत होती है। राजनीति पर निगाह रखने वाले विशेषज्ञों का कहना है कि तृणमूल कांग्रेस ‘हिंदू विरोधी’ छवि को त्याग कर ‘नरम हिंदुत्व’ को अपनाना चाहती है और इसके लिए वह सावधानीपूर्वक कदम उठा रही है। पार्टी ने प्रशांत किशोर और उनकी टीम को अपना चुनावी रणनीतिकार बनाया है। इसके अलावा तृणमूल कांग्रेस ने ब्राह्मण सम्मेलन आयोजित कराने और दुर्गा पूजा समितियों को आर्थिक सहायता देने जैसे निर्णय भी लिए हैं।
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