कोलकाता में निर्माणाधीन फ्लाईओवर गिरने से कई लोग मरे

उत्तर कोलकाता की व्यस्त मुख्य सड़क पर आज एक निर्माणाधीन फ्लाईओवर गिर जाने से कई लोगों की मौत हो गयी, जबकि उसके मलबे में अनेक लोगों के फंसे होने की आशंका है।

कोलकाता। उत्तर कोलकाता की व्यस्त मुख्य सड़क पर आज एक निर्माणाधीन फ्लाईओवर गिर जाने से कम से कम 15 लोगों की मौत हो गयी, जबकि उसके मलबे में अनेक लोगों के फंसे होने की आशंका है। पुलिस बचाव दल के सूत्रों ने बताया कि इस दुर्घटना में आठ लोग मर गये हैं, जबकि अनेक लोग घायल हुये हैं। उन्होंने बताया कि दुर्घटना में मरने वालों की संख्या बढ़ने की भी आशंका है। फ्लाईओवर के मलबे में दबे अनेक घायल लोगों को बचाया गया है। घायलों को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

कोलकाता मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल की अधीक्षक शिखा बनर्जी ने कहा, ‘‘यहां दो व्यक्तियों को मृत लाया गया था, जबकि दो व्यक्तियों की हालत गंभीर बनी हुयी है।’’ उन्होंने बताया कि अस्पताल में अनेक घायल व्यक्तियों को अभी भी लाया जा रहा है। चुनाव प्रचार के सिलसिले में पश्चिमी मिदनापुर जिले के दौरे पर गयी राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी यह खबर सुनकर कोलकाता लौट आयी हैं। उन्होंने घटनास्थल का मुआयना किया है और पुलिसकर्मियों, अग्निशमन और आपदा प्रबंधन दल के अधिकारियों को बचाव एवं राहत कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिये हैं। फ्लाईओवर के मलबे के नीचे बहुत से यात्री, वाहन, बस आदि फंसे हुये हैं। मलबे में फंसे लोगों को बाहर निकालने का काम किया जा रहा है। मलबा हटाने और घायलों को बाहर निकालने के लिए बड़ी बड़ी क्रेन मशीनें और अन्य बचाव वाहन लगाये गये हैं। घटनास्थल पर मौजूद संवाददाता ने अनेक घायल व्यक्तियों को लहू लुहान अवस्था में देखे जाने की खबर दी है। मलबे में दबे वाहनों, कंक्रीट और लोहे के भारी गार्डर के नीचे कई व्यक्ति फंसे हुये देखे गये हैं। यह दुर्घटना आज दोपहर बड़ा बाजार के करीब रवीन्द्र सरणी-के के टैगोर स्ट्रीट पर हुयी। यह एक व्यस्त बाजार और शहर के सबसे घने इलाकों में से एक है। फ्लाईओवर के नीचे पार्किंग भी की जाती थी। इसके नीचे अनेक फेरीवाले भी अपनी दुकानें लगाते थे। बचाव एवं राहत कार्य के लिए एनडीआरएफ कर्मी भी घटनास्थल पर पहुंच गये हैं।

पश्चिम बंगाल सरकार ने दुर्घटनाग्रस्त फ्लाईओवर के मलबे के नीचे दबे लोगों को बचाने के लिए सेना की मदद मांगी है। रक्षा अधिकारी ने बताया कि बचाव कार्य के लिए बचाव कर्मियों के चार दस्ते तैनात किये गये हैं। प्रत्येक बचाव दस्ते में तीन चिकित्सकीय दल हैं, जबकि इसमें दो एंबुलेंस, सर्जन और नर्सिंग स्टाफ भी है। मलबे को हटाने और बचावकर्मियों की मदद के लिए सेना के अभियंता भी घटनास्थल पर पहुंच गये हैं। राज्य सरकार ने दुर्घटना में मृत अथवा घायल व्यक्तियों की सूचना उपलब्ध कराने के लिए राज्य सचिवालय नबन्ना से एक आपातकालीन नंबर 1070 जारी किया है।

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