शहीद बादल सिंह को पत्नी और बेटे के साथ नागदा के लोगों ने दी अंतिम विदाई, बादल सिंह सियाचिन में हुए थे शहीद

Martyrs Badal Singh
दिनेश शुक्ल । Mar 27 2021 10:28PM

बड़ी संख्या में महिलाएं वीर सपूत को श्रंद्धांजलि देने के लिए शहीद के निवास पर पहुंची। जब पार्थिव शरीर ने शहर में प्रवेश किया तब एक खुले वाहन में पूर्व मंत्री पटवारी, विधायक गुर्जर, विधायक परमार, जिला कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष सुबोध स्वामी भी वाहन में सवार थे।

नागदा/उज्जैन। मध्य प्रदेश में उज्जैन जिले के निवासी सियाचीन में बुधवार शाम को शहीद हुए सैनिक बादल सिंह चंदेल का पार्थिव शरीर शनिवार सुबह 11 बजे गृह नगर नागदा पहुंचा। रामसहाय मार्ग निवास पर शहीद की शहादत को सलामी देने के लिए हजारों की भीड़ उमड़ी। इस दौरान उस समय वातावरण गमगीन हो गया, जब शहीद की पत्नी दीपिका चंदेल ने अपने तीन वर्षीय मासूम बेटे विमान को गाेद में लेकर शहीद को सलामी दी। इस समय पूरा वातावरण देश भक्ति के नारों से गूंज उठा। जब तक सूरज चांद रहेगा बादल तेरा नाम रहेगा के नारे से समूचा वातावरण राष्ट्रभावना से ओत-प्रोत हो गया।

 

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शहीद के निवास पर श्रंद्धांजलि देने के लिए केंद्रीय मंत्री थावरचंद गेहलोत, सांसद अनिल फिरोजिया, पूर्व कैबिनेट मंत्री जीतू पटवारी, विधायक दिलीप सिंह गुर्जर, विधायक महेश परामर, विधायक बहादुर सिंह चौहान, असंगठित कामगार कल्याण बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष सुल्तान सिंह शेखावत ने श्रंद्धांजलि देने पहुँचे।

शहीद बादल सिंह का पार्थिव शरीद सियाचीन से हवाई मार्ग के द्वारा दिल्ली पहुंचा। बाद में दिल्ली से इंदौर में आर्मी के हैड क्वाटर महू लाया गया। यहां से सेना के अधिकारी सड़क मार्ग से नागदा पहुंचे। शहीद के सम्मान में शहर में दर्जनों मंच बनाए गए थे। शहीद का पार्थिव शरीर इंगोरिया रोड से बायपास मार्ग द्वारा शहर में प्रवेश किया। आर्मी के एक खुले वाहन में लहराता तिरंगा और देश भक्ति के गीतों से गूंजते वातावरण में शव सैनिक के निवास पर सुबह 11:20 बजे पहुंचा। यहां पर सुबह 9 बजे से ही लोगों की भीड़ उमड़ गई थी। बड़ी संख्या में महिलाएं वीर सपूत को श्रंद्धांजलि देने के लिए शहीद के निवास पर पहुंची। जब पार्थिव शरीर ने शहर में प्रवेश किया तब एक खुले वाहन में पूर्व मंत्री पटवारी, विधायक गुर्जर, विधायक परमार, जिला कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष सुबोध स्वामी भी वाहन में सवार थे।

 

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पार्थिव शरीर को रामसहाय मार्ग पर उनके निवास के अंदर सामाजिक रस्म के लिए ले जाया गया। लगभग 30 मिनट के बाद जयकारों के साथ बाहर उमड़ी भीड़ ने सलामी दी। दोपहर लगभग 11:50 बजे शहर में भ्रमण के लिए निकला। इस दौरान शहीद की अंतिम यात्रा में पूरा शहर देश भक्ति से ओत-प्रोत हो गया। जिस भी मार्ग से शव यात्रा निकली लोगों ने अपने मकानों की छत और अटालिकाओं से पुष्प बरसाए। शव यात्रा काफी लंबी थी। शव यात्रा के आगे सेना के अधिकारी के वाहन चल रहे थे। समूचे भीड़ में एक ओर तिरंगे लहरा रहे थे तो दूसरी तरफ तुम घर पर कब आओगे की धून गूंज रही थी। शव यात्रा का काफिला नगर पालिका, पुराना बस स्टैंड, जवाहर मार्ग, अस्तताल चौराहा, कन्याशाला चौराहा, एमजी रोड, थाना चाैराहा, चंबल मार्ग होते हुए में दोपहर को मुक्तिधाम पहुंचा। जहाँ शहीद श्री बादल सिंह का अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान लोगों की आंखे नम थी और शहीद अमर रहे के नारे लग रहे थे।

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