मेरठ स्वस्थ विभाग का गजब खेल ,कैंट बोर्ड की पार्षद व् पूर्व उपाध्यक्ष की दिवंगत पत्नी को दूसरा टीका लगा सर्टिफिकेट किया जारी

जान गंवा चुकी कैंट बोर्ड की पार्षद और पूर्व उपाध्यक्ष की पत्नी
राजीव शर्मा । Oct 30 2021 4:14PM

मेरठ स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी खिलवाड़ कर रहे हैं। अब तो स्वास्थ्य विभाग स्वर्गवासी हो चुके लोगों को भी टीका लगा रहा है। मोबाइल पर मैसेज भेज रहा है। पोर्टल से सर्टिफिकेट भी जारी कर रहा है। कैंट बोर्ड की दिवंगत सदस्य और पूर्व उपाध्यक्ष दिनेश गोयल की पत्नी मंजू गोयल को कोरोना का दूसरा टीका शुक्रवार को लगने का मैसेज मिला। पोर्टल पर सर्टिफिकेट भी जारी किया गया।

मेरठ, उत्तर प्रदेश के मेरठ में टीकाकरण को लेकर एक के बाद एक लापरवाही के मामले सामने आ रहे हैं। जहा जिले में एक बुजुर्ग को पांच बार टीका लगाने के मामले की अभी जांच हो ही रही है वही इसी बीच करीब छह माह पहले कोरोना वायरस संक्रमण से जान गंवा चुकी कैंट बोर्ड की पार्षद और पूर्व उपाध्यक्ष की पत्नी को टीके की दूसरी खुराक लगाने का संदेश ही नहीं बल्कि प्रमाणपत्र भी जारी किया गया।

लगातार जनपद में घट रही लापरवाही की घटनाओ के बाद ऐसा अब लगने लगा है की कोरोना टीकाकरण के नाम पर मेरठ स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी खिलवाड़ कर रहे हैं। अब तो स्वास्थ्य विभाग स्वर्गवासी हो चुके लोगों को भी टीका लगा रहा है। मोबाइल पर मैसेज भेज रहा है। पोर्टल से सर्टिफिकेट भी जारी कर रहा है। कैंट बोर्ड की दिवंगत सदस्य और पूर्व उपाध्यक्ष दिनेश गोयल की पत्नी मंजू गोयल को कोरोना का दूसरा टीका शुक्रवार को लगने का मैसेज मिला। पोर्टल पर सर्टिफिकेट भी जारी किया गया। परिजन मैसेज देख आश्चर्यचकित रह गए। उधर, सीएमओ डॉ. अखिलेश मोहन का कहना है कि इसकी जांच की जाएगी।

मंजू गोयल के पुत्र गौरव गोयल ने बताया कि कैंट बोर्ड की वार्ड-6 की सदस्य मंजू गोयल का कोरोना की दूसरी लहर के दौरान 25 अप्रैल को निधन हो गया था । इससे पहले उन्होंने 20 मार्च को कोरोना का पहला टीका लगवाया था। उन्हें कोविशील्ड वैक्सीन लगी थी। शुक्रवार दोपहर 12 बजकर नौ मिनट पर उनके मोबाइल पर मैसेज आया कि कोरोना टीके की दूसरी डोज सफलतापूर्वक लग गई है। टीकाकरण सर्टिफिकेट कोविन. जीओवी.इन से डाउनलोड कर सकते हैं। परिजनों ने पोर्टल पर चेक किया तो टीके की दूसरे डोज का सर्टिफिकेट भी जारी हो गया। परिजन आश्चर्यचिकत हैं कि ऐसा कैसे हुआ। मोबाइल पर मैसेज कैसे जारी हुआ। पोर्टल पर अपलोड कैसे हुआ। निश्चित तौर से यह बड़ी गड़बड़ी है।

मेरठ के सीएमओ अखिलेश मोहन ने घटना की पुष्टि करते हुए मामले को गंभीर मानते हुए उन्होंने कहा की ऐसा कैसे हुआ इसकी जांच कराई जाएगी। जिनका निधन हो चुका है उनको टीका लगने का सवाल ही नहीं है। उन्होंने कहा कि जांच रिपोर्ट मिलने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है। 

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