उचित तरीके से सीखने, भावनाएं व्यक्त करने का एकमात्र जरिया है मातृभाषा: बिप्लब कुमार देब

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देब ने यहां त्रिपुरा सरकार और बांग्लादेश सहायक उच्चायोग द्वारा आयोजित एक समारोह में कहा, ‘‘हमें सभी भाषाओं का सम्मान करना होगा और हमारे भीतर भाषाओं को जीवित रखने की भावना होनी चाहिए।’’

अगरतला। त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब ने शुक्रवार को कहा कि मातृभाषा ही एकमात्र ऐसा माध्यम है जिसके जरिए लोग उचित तरीके से सीख सकते हैं और अपनी भावनाएं व्यक्त कर सकते हैं। उन्होंने ‘अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस’ के अवसर पर कहा कि राज्य सरकार यह सुनिश्चित करने की दिशा में काम कर रही है कि सभी भाषाओं का सम्मान हो। देब ने यहां त्रिपुरा सरकार और बांग्लादेश सहायक उच्चायोग द्वारा आयोजित एक समारोह में कहा, ‘‘हमें सभी भाषाओं का सम्मान करना होगा और हमारे भीतर भाषाओं को जीवित रखने की भावना होनी चाहिए।’’

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उन्होंने मातृभाषा के लिए जीवन कुर्बान करने वालों को श्रद्धांजलि दी। इस मौके पर मौजूद बांग्लादेश के सांसद मोहम्मद अब्दुस शाहिद ने कहा कि पड़ोसी देश में भाषा के लिए शहीद होने वालों ने बंगालियों पर उर्दू थोपे जाने का विरोध करते हुए अपनी जान कुर्बान कर दी जिसने बाद में स्वतंत्रता संग्राम का रूप ले लिया। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश, मुक्ति युद्ध में त्रिपुरा के लोगों के योगदान को हमेशा याद रखेगा।

 

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