संजय सिंह ने अयोध्या में ग्रामीणों के साथ लगाई चौपाल, कहा- सड़क से लेकर संसद तक लड़ाई लड़ेगी AAP
आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह का आरोप महर्षि रामायण विद्यापीठ ट्रस्ट ने गरीब दलितों की ज़मीन स्कूल, अस्पताल बनाने के नाम पर झूठ बोलकर ली और अब भाजपा के नेता अधिकारी व ट्रस्ट के लोग इनकी ज़मीन बेचकर अरबों लूट रहे हैं।
अयोध्या। राम नगरी अयोध्या में जमीन विवाद मामले में आम आदमी पार्टी अब सड़क से लेकर सदन तक के आर पार की लड़ाई लड़ने का ऐलान किया है। जिसकी शुरुआत अयोध्या के पीड़ित क्षेत्र माझा बरहेटा से करने के लिए आप सांसद संजय सिंह अयोध्या पहुंचे। इस दौरान सैकड़ों ग्रामीणों के साथ जमीन में बैठकर चौपाल लगाई। राज्यसभा सांसद संजय सिंह का आरोप है। कि महर्षि रामायण विद्यापीठ ट्रस्ट ने स्कूल, अस्पताल बनाने के नाम पर झूठ बोलकर ली और फिर भाजपा के नेता अधिकारी व ट्रस्ट के लोग इनकी ज़मीन बेचकर अरबों लूट रहे हैं।
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सांसद संजय सिंह ने कहा कि भाजपा नेताओं और अफसरों द्वारा दलितों को न्याय दिलाने के लिए आम आदमी पार्टी सड़क से लेकर के सदन तक संघर्ष करेगी। आज सभी लोगों से मुलाकात के बाद एक बात स्पष्ट हो गई। कि ट्रस्ट ने गुमराह करके दलितों की जमीनों को हड़पने का काम किया है। और उस पर प्लॉटिंग करके अरबों रुपए कमाने का काम कर रहे हैं। वहीं यह भी आरोपी लगाया कि अयोध्या के परिक्रमा मार्ग क्षेत्र को भी ट्रस्ट के नाम करा लिया गया है।
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वहीं सांसद संजय सिंंह ने कहा कि राम जन्मभूमि क्षेत्र के पांच किलोमीटर के दायरे में किस तरह से तमाम अधिकारियों, भारतीय जनता पार्टी के विधायकों, उनके रिश्तेदारों और भाजपा के मेयर ने जमीनें खरीदी हैं। उसका पूरा खाका मेरे पास है। और कहा कि उत्तर प्रदेश में नियम है की 3.5 बीघे से अधिक जिस दलित की जमीन होगी। वही बेच सकता है, अन्यथा नहीं बेच सकता। इसमें पहले एक रोघई नाम के व्यक्ति को तैयार किया गया। क्योंकि दलित ही दलित की जमीन को खरीद सकता है। यह ट्रस्ट के लोग जानते थे। एक-दो बीघे की जमीन रखने वाले उस क्षेत्र के दलितों से रोघई ने 21 बीघा जमीन खरीदी। फिर वह 21 बीघा जमीन महर्षि रामायण विद्यापीठ ट्रस्ट को दान कर देता है। जब वह जमीन दान में चली गई और इस बात का पता उसमें शामिल एक एक जमीन बेचने वाले दलित महादेव को पता चली, तो उसने शिकायत की। उसने कहा कि हमारी जमीनों को गलत ढंग से खरीद कर, गलत ढंग से बेचा जा रहा है। जो कि ट्रस्ट नहीं कर सकता।
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वहीं सांसद संजय सिंंह ने कहा कि जब इस बात का खुलासा हुआ तो अधिकारियों ने जांच बैठा दी। हद तो यह रही जो अधिकारी इस मामले की जांच बैठाते हैं वही अधिकारी ट्रस्ट से फिर जमीने खरीदते हैं। यह सीधा-सीधा भाजपा नेताओं और अफसरों द्वारा मिलीभगत करके किया गया भ्रष्टाचार है। यह मामला बताता है कि रामजन्मभूमि क्षेत्र में योगी राज में जमीन की जालसाजी चल रही है। इसमें कोई मामूली लोग शामिल नहीं है। वही संजय सिंह उत्तर प्रदेश सरकार से मांग की है कि जिस प्रकार से गरीबों की जमीनों को हड़पने वाले लोगों पर कार्रवाई करने का दावा कर रही थी उसी तरह अब इन भाजपा नेताओं और उनके अधिकारियों पर भी कार्रवाई कर उनके घरों पर बुलडोजर चलाने का कार्य करें। और इस पूरे मामले पर सुप्रीम कोर्ट के द्वारा गठित एसआईटी की टीम से निष्पक्ष जांच हो।
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