चुनाव जीतने के लिए जमीनों पर अवैध कब्जे छोड़ने होंगेः मुलायम
मुलायम सिंह ने सपा की तैयारियों पर तंज करते हुए कहा कि राज्य में दोबारा सरकार बनाने के लिये नेताओं और कार्यकर्ताओं को जमीनों पर अवैध कब्जे समेत तमाम कारगुजारियां छोड़नी होंगी।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी मुखिया मुलायम सिंह यादव ने राज्य के आसन्न विधानसभा चुनाव के लिये सपा की तैयारियों पर तंज करते हुए आज कहा कि राज्य में दोबारा सरकार बनाने के लिये नेताओं और कार्यकर्ताओं को जमीनों पर अवैध कब्जे समेत तमाम कारगुजारियां छोड़नी होंगी। ‘छोटे लोहिया’ के नाम से मशहूर रहे समाजवादी चिन्तक जनेश्वर मिश्र की जयन्ती के मौके पर यादव के भाषण के दौरान गत लोकसभा चुनाव में सपा की जबर्दस्त पराजय की टीस भी उभरी। उन्होंने इस पराजय के लिये जनता नहीं बल्कि सपा नेताओं को जिम्मेदार ठहराया।
उन्होंने तंज भरे लहजे में कार्यकर्ताओं से कहा, ‘‘आने वाले विधानसभा चुनाव में क्या दोबारा सरकार बना लोगे? अपनी कमियां दूर कर लोगे? बहुत सी कमियां हैं, क्या उनको ठीक कर लोगे? जमीनों पर कब्जा करना बंद कर दोगे? कई जगह जमीनों पर कब्जा है और किया जा रहा है। अरे, पैसा कमाना है तो कोई व्यापार करो। राजनीति में तो त्याग करना पड़ेगा।’’
यादव ने नाराजगी भरे लहजे में कहा कि नयी पीढ़ी के सपा कार्यकर्ता समाजवाद की बुनियाद से वाकिफ नहीं हैं। युवा कार्यकर्ताओं के प्रशिक्षण के लिये उन्होंने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से कई बार कहा, लेकिन कोई ध्यान ही नहीं दिया गया। सपा मुखिया ने कहा कि विधानसभा चुनाव में अब ज्यादा समय नहीं रह गया है। दिल्ली में सिर्फ इसी चुनाव की चर्चा है। यूपी में सरकार बनाने के लिये विपक्ष के लोग कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। पूरी तरह से बाकायदा कैसे यूपी में दंगा हो, उसमें दो पार्टियां बहुत मजबूती से जुटी हुई हैं।
राजनीति को ‘सबसे कठिन काम’ बताते हुए यादव ने कहा कि इसके लिये नौजवानों को प्रशिक्षित करना होगा। उन्होंने कहा ‘‘योग्य नौजवानों की अब भी उपेक्षा हो रही है। आप (अखिलेश) अगर कोई कार्यकर्ता बेदाग है और सवर्ण है तो उसको जिम्मेदारी दीजिये। पार्टी की जिला कमेटी का अध्यक्ष और महामंत्री तो बेदाग होना चाहिये, तभी लोग कहेंगे कि यह अच्छी पार्टी है।’’ सपा प्रमुख ने कहा कि प्रदेश में दोबारा सरकार बनानी है तो नौजवानों और किसानों का विशेष ध्यान देना होगा। महिलाओं को भी साथ लेना होगा। उन्होंने कहा कि सरकार अपने चुनाव घोषणापत्र को पूरी तरह लागू करे। अगर कोई दिक्कत हो तो उन्हें बताए।
यादव ने मुख्यमंत्री अखिलेश को नसीहत देते हुए कहा कि आज देश के चार राज्यों में महिला मुख्यमंत्री हैं और वे सभी कामयाब हैं। महिलाओं को पीछे करके आप पार्टी को मजबूत नहीं कर सकते। जो पढ़ी-लिखी महिलाएं काम करना चाहती हैं, उन्हें मौका दिया जाए। उन्होंने कहा कि जनेश्वर मिश्र महिलाओं को सही भागीदारी देना चाहते थे। सपा मुखिया ने मिश्र को समाजवाद के प्रणेता राम मनोहर लोहिया का अक्स बताते हुए कहा कि मिश्र पूरी तरह लोहिया जैसे ही थे।
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इस मौके पर जनेश्वर मिश्र को उनकी 84वीं जयन्ती पर श्रद्धांजलि देते हुए अपनी सरकार के विकास कार्यों का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि दुनिया में सबसे अच्छी नीतियां समाजवादियों की ही हैं। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने गांवों और शहरों के विकास में संतुलन स्थापित किया है। जहां उसने एक्सप्रेस-वे बनवाये हैं, वहीं कामधेनु योजना समेत अनेक परियोजनाएं चलाकर ग्रामीण क्षेत्रों में भी विकास पहुंचाया है।
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