ओडिशा: सरकारी स्कूल में रात भर कैद रही दूसरी कक्षा की 8 साल की बच्ची, खिड़की के सरिये में फंसा रहा सिर, हेडमास्टर निलंबित

Odisha girl of class 2 locked
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रेनू तिवारी । Aug 23 2025 10:51AM

ओडिशा के क्योंझर जिले के एक सरकारी स्कूल में कक्षा दो की एक छात्रा गुरुवार रात गलती से स्कूल की इमारत के अंदर बंद हो गई और अगली सुबह उसकी हालत गंभीर लेकिन स्थिर पाई गई। सूत्रों ने इंडिया टुडे को यह जानकारी दी।

ओडिशा के क्योंझर जिले के एक सरकारी स्कूल में कक्षा दो की एक छात्रा गुरुवार रात गलती से स्कूल की इमारत के अंदर बंद हो गई और अगली सुबह उसकी हालत गंभीर लेकिन स्थिर पाई गई। सूत्रों ने इंडिया टुडे को यह जानकारी दी। सूत्रों के अनुसार, अन्य छात्रों के जाने के बाद भी छात्रा स्कूल के अंदर ही रही। उसकी मौजूदगी से अनजान, स्कूल के गेटकीपर ने मुख्य द्वार को बाहर से बंद कर दिया। जब छात्रा घर नहीं लौटी, तो उसके परिवार ने शोर मचाया और ग्रामीणों ने रात भर उसकी तलाश की, लेकिन उसका पता नहीं चल सका।

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यह घटना क्योंझर जिले के बनस्पाल ब्लॉक स्थित सरकारी उच्च प्राथमिक स्कूल में हुई। कक्षा दूसरी की छात्रा ज्योत्सना देहुरी (8) उस समय सोई हुई थी जब वह स्कूल में बंद रह गई। छात्रा के परिवार के सदस्यों के अनुसार, लड़की स्कूल से बृहस्पतिवार को घर नहीं लौटी थी, जिसके बाद परिवार ने रातभर उसकी तलाश की।

 

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शुक्रवार सुबह, कुछ ग्रामीणों के साथ वे स्कूल गए और पाया कि लड़की का सिर खिड़की की ग्रिल में फंसा था। ग्रामीणों ने लड़की को बचाया और तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया। लड़की की हालत अब स्थिर है। चूंकि कक्षा का दरवाजा बाहर से बंद था, इसलिए उसे रात कक्षा में ही बितानी पड़ी और वहां से निकलने की कोशिश करते समय उसका सिर ग्रिल में फंस गया।

 

इस घटना के बाद जिला प्रशासन ने प्रधानाध्यापक गौराहरी महंता को निलंबित कर दिया और जांच शुरू कर दी। जिला शिक्षा अधिकारी (डीईओ) द्वारा की गई प्रारंभिक जांच में पता चला कि कक्षा आठ के कुछ बच्चों को शाम चार बजे स्कूल बंद करने के लिए कहा गया था।

 

स्कूल की शिक्षिका संजीता ने बताया, "आमतौर पर हमारे स्कूल का रसोइया कक्षा के दरवाज़े बंद करता है, लेकिन भारी बारिश के कारण वह अनुपस्थित था। जब हम शाम 4:10 बजे कमरे बंद कर रहे थे, तो हमने सातवीं कक्षा के दो छात्रों को दरवाज़े बंद करने के लिए भेजा। दूसरी कक्षा की एक लड़की निचली मेज़ पर सो गई थी, और गलती से छात्रों ने उस पर ध्यान नहीं दिया।" 

 

फँसी हुई लड़की ने खिड़कियों पर लगे लोहे के सरिये तोड़कर भागने की कोशिश की। आखिरकार वह किसी तरह बच निकली, लेकिन उसका सिर फँस गया, जिससे उसे गंभीर चोटें आईं। अगली सुबह, ग्रामीणों ने लड़की को खिड़की में फँसा हुआ पाया और अधिकारियों को सूचित किया। एक बचाव दल वहाँ पहुँचा और उसे किसी तरह बाहर निकाला, जिसके बाद उसे अस्पताल ले जाया गया। बाद में डॉक्टरों ने पुष्टि की कि उसकी हालत में सुधार है।

खिड़की में फँसी लड़की का एक वीडियो ऑनलाइन वायरल हो गया है, जिससे व्यापक आक्रोश फैल रहा है। ग्रामीणों ने स्कूल स्टाफ के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की, जिसके बाद प्रशासन ने जाँच शुरू कर दी।

 

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