देश के अलग-अलग हिस्सों में फंसे मिजोरम के 1,700 लोग अभी भी नहीं पहुंचे घर

Lalnunmawia Chuaungo

मुख्य सचिव लालनुनमाविया चुआउंगो ने बताया, ‘‘गृहराज्य लौटने के लिए मिजोरम सरकार के पास पंजीकरण कराने वाले 1,700 लोगों में से 1,000 दिल्ली और उसके आस-पास के इलाकों में हैं। बाकी लोग देश के अन्य हिस्सों में फंसे हैं।’’

आइजोल। कोरोना वायरस महामारी को रोकने के लिए लागू लॉकडाउनकी वजह से देश के दूसरे हिस्सों में फंसे मिजोरम के 1,700 लोग अब भी अपने गृह राज्य नहीं लौट पाए हैं। मिजोरम के एक शीर्ष सरकारी अधिकारी ने बताया कि इनमें से ज्यादातर लोग दिल्ली और इसके आस-पास के क्षेत्रों में फंसे हैं। मुख्य सचिव लालनुनमाविया चुआउंगो ने मंगलवार को संवाददाताओं को बताया, ‘‘ गृहराज्य लौटने के लिए मिजोरम सरकार के पास पंजीकरण कराने वाले 1,700 लोगों में से 1,000 दिल्ली और उसके आस-पास के इलाकों में हैं। बाकी लोग देश के अन्य हिस्सों में फंसे हैं।’’ 

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उन्होंने बताया कि इस संख्या में बढ़ोतरी हो सकती है क्योंकि कई लोग पूर्व तय समय पर नहीं लौट पाए हैं। अधिकारी ने बताया कि केरल, तमिलनाडु, बेंगलुरु, हैदराबाद, दिल्ली , गोवा और देश के अन्य हिस्सों से लॉकडाउन के दौरान 6,373 लोग राज्य लौट चुके हैं। उन्होंने बताया कि वहीं पूर्वोत्तर के दूसरे राज्यों में रहनेवाले मिजोरम के 1,000 लोग भी अपने गृहराज्य पहुंच चुके हैं। इसी बीच महाराष्ट्र में फंसे 1,360 लोगों को लेकर आ रही ट्रेन से यात्रियों को गुवाहाटी में उतारना पड़ा क्योंकि असम के बदरपुर और लुमदिंग के बीच रेल की पटरियां क्षतिग्रस्त हैं।

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अधिकारी ने कहा कि इस संबंध में असम सरकार से संपर्क किया गया है और लोगों को सड़क मार्ग के जरिए लाया जाएगा। मंगलवार को राज्य में 12 नए मामले सामने आने के बाद लॉकडाउन के संबंध में पूछे गए सवाल पर अधिकारी ने कहा कि राज्य को पूरी तरह से बंद करने की अभी जरूरत नहीं है। हालांकि अगर जरूरत पड़ी तो राज्य आपदा प्रबंधन और पुनर्वास विभाग के साथ मिलकर बंद के कड़े नियम तैयार किए जा सकते हैं।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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