Ram Navmi मनाने के लिए 1 लाख रुपए देने के फैसले पर बोले ओवैसी, आप टैक्स के रुपयों को किसी विशेष धर्म का प्रचार करने के लिए नहीं दे सकते
ओवैसी ने कहा कि भारत का संविधान कहता है कि आप टैक्स के रुपयों को किसी विशेष धर्म का प्रचार करने के लिए नहीं कर सकते। आपने पिछले 5 साल से मदरसों के अध्यापकों को पैसे नहीं दिए हैं। यह भाजपा का दोहरा मापदंड है।
राज्य सरकार 22 मार्च से शुरू होने वाली चैत्र नवरात्रि के दौरान दुर्गा सप्तशती पाठ, जागरण और भजन आयोजित करने और 30 मार्च को रामनवमी के साथ समाप्त होने के लिए यूपी के प्रत्येक जिले को 1 लाख रुपये जारी करने की घोषमा कर चुकी है। अब इसको लेकर सियासत भी शुरू हो गई है। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा हर जनपद को रामनवमी मनाने के लिए एक लाख रुपए देने के फैसले पर एआईएणआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि भारत का संविधान कहता है कि आप टैक्स के रुपयों को किसी विशेष धर्म का प्रचार करने के लिए नहीं कर सकते। आपने पिछले 5 साल से मदरसों के अध्यापकों को पैसे नहीं दिए हैं। यह भाजपा का दोहरा मापदंड है।
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बता दें कि प्रमुख सचिव (संस्कृति) मुकेश मेश्राम ने जिलाधिकारियों को जारी एक निर्देश में कहा है कि धन का उपयोग उन कलाकारों को काम पर रखने में किया जाएगा जो नवरात्रि अवधि के दौरान सांस्कृतिक और धार्मिक कार्यक्रमों के दौरान प्रदर्शन करेंगे। यह कहते हुए कि चैत्र नवरात्रि को आत्मा की पवित्रता और निर्वाण का आधार माना जाता है, मेश्राम ने कहा कि त्योहार, जिसके दौरान देवी दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है, को वेदों और पुराणों में विशेष महत्व दिया जाता है और इसलिए, इस दौरान समय, राज्य में सांस्कृतिक और धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।
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