केरल में चुनाव प्रचार के अंत में पारंपरिक रैली नहीं निकाल पाएंगी पार्टियां

Kerala

केरल में चुनाव प्रचार के समापन के तौर पर पारंपरिक तौर पर पार्टियों द्वारा निकाली जाने वाली रैली का आयोजन इस बार नहीं होगा क्योंकि इस पर निर्वाचन आयोग ने रोक लगा दी है।

तिरुवनंतपुरम। केरल में चुनाव प्रचार के समापन के तौर पर पारंपरिक तौर पर पार्टियों द्वारा निकाली जाने वाली रैली का आयोजन इस बार नहीं होगा क्योंकि इस पर निर्वाचन आयोग ने रोक लगा दी है। राज्य निर्वाचन अधिकारी टीका राम मीणा के आग्रह पर भारत निर्वाचन आयोग ने चुनाव प्रचार के अंत में पारंपरिक तौर पर निकाली जाने वाली बड़ी रैली पर रोक लगा दी। राज्य में छह अप्रैल को होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले रविवार को पार्टियां यह बड़ी रैली निकालने वाली थी।

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केरल में इसे ‘कोट्टिकलशम’ में कहा जाता है और यह मौका सभी राजनीतिक पार्टियों के लिए शक्ति प्रदर्शन का होता है और इसमें वह ज्यादा से ज्यादा समर्थकों को शामिल करने की कोशिश करते हैं। भारत निर्वाचन आयोग ने एक पत्र में कहा, ‘‘केरल में कोट्टिकलशम पर प्रतिबंध लगाने के प्रस्ताव को आयोग मंजूरी प्रदान करता है।’’

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इस पत्र में कोविड-19 का जिक्र नहीं है कि लेकिन मुख्य निर्वाचन अधिकारी के करीबी सूत्रों ने बताया कि यह प्रतिबंध कोरोना वायरस संक्रमण के प्रसार को रोकने के मद्देनजर लगाया गया है। इसी बीच तिरुवनंतपुरम जिला कलेक्टर नवजोत खोसा ने विधानसभा चुनाव से पहले कड़े प्रतिबंध लगा दिए हैं और राजधानी में सतर्कता बढ़ा दी है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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