कोरोना: 5,000 अरब डॉलर देंगे जी-20 देश, PM मोदी बोले- वैश्विक समृद्धि के लिए आर्थिक लक्ष्य के बजाय मानव को रखें
सरकारी सूत्रों ने बताया कि जी-20 समूह के नेताओं को वीडियो कांफ्रेंसके जरिए संबोधित करते हुए मोदी ने वैश्विक स्वास्थ्य संकट से निपटने के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ)जैसे संगठनों की क्षमता बढ़ाने के अलावा नया संकट प्रबंधन दिशानिर्देश और प्रक्रिया बनाने की वकालत की।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जी-20 को कोरोना वायरस की महामारी के चलते उत्पन्न हालात को देखते हुए गरीब देशों की आर्थिक परेशानी को कम करने के लिए मिलकर काम करना चाहिए। बता दें कि कोरोना वायरस के संक्रमण से दुनिया में करीब 21 हजार लोगों की मौत हो चुकी है और चार लाख 70 हजार से अधिक लोग संक्रमित हुए हैं। मोदी ने पूरे मानवता की बेहतरी के लिए नये वैश्विकरण का आह्वान किया और रेखांकित किया कि चिकित्सा शोध मुफ्त और सभी देशों के लिए उपलब्ध होना चाहिए।Prime Minister Narendra Modi today addressed other G20 leaders during the #G20VirtualSummit on coordinated global response to the #COVID19 pandemic & its human & economic implications. NSA Ajit Doval & External Affairs Minister S Jaishankar were also present. pic.twitter.com/QEbE53AvY6
— ANI (@ANI) March 26, 2020
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उन्होंने कहा कि डब्ल्यूएचओ का सशक्तिकरण वैश्विक महामारी से मुकाबला करने के लिए टीका विकसित करने के लिए जरूरी था। सूत्रों के मुताबिक प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘ चलिए हम वैश्विक समृद्धि और सहयोग की हमारी परिकल्पना के केंद्र में आर्थिक लक्ष्यों के बजाय मानव को रखें।’’ प्रधानमंत्री ने एक अधिक अनुकूल, उत्तरदायी, सस्ती और मानव स्वास्थ्य सेवा प्रणाली विकसित करने पर जोर दिया जो स्वास्थ्य संकट से निपटने के लिए विश्व स्तर पर लागू की जा सके।
जी20 नेताओं ने कोरोना वायरस संकट से निपटने के लिये 5,000 अरब डालर देने का वादा किया
जी20 देशों के नेताओं ने कोरोना वायरस से फैली वैश्विक महामारी के खिलाफ एकजुटता दिखाते हुए इससे लड़ने के लिये विश्व की अर्थव्यवस्था में पांच हजार अरब डॉलर खर्च करने का बृहस्पतिवार को ऐलान किया। चीन के वुहान से शुरू हुए कोरोना वायरस संक्रमण लगभग पूरे विश्व को अपने चपेट में ले चुका है। इसके कारण वैश्विक अर्थव्यवस्था आर्थिक मंदी की दहलीज पर पहुंच गयी है। इसी के मद्देनजर सऊदी अरब के सुल्तान किंग सलमान की अध्यक्षता में जी20 देशों की आपातकालीन बैठक हुई। इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन, चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग वीडियो कांफ्रेंस के जरिये शामिल हुए। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्विटर पर बताया कि प्रधानमंत्री मोदी ने जी20 देशों की इस बैठक को वीडियो कांफ्रेंस के जरिये संबोधित किया। उन्होंने बताया, ‘‘प्रधानमंत्री ने कोरोना वायरस से फैली महामारी से लड़ने के लिये जी20 नेताओं से ठोस योजना बनाने का आह्वान किया। उन्होंने वैश्विक समृद्धि व सहयोग दृष्टिकोण के केंद्र में संपूर्ण मानव जाति को रखने पर जोर दिया।’’
Heads of International Monetary Fund (IMF), United Nations (UN), & World Health Organization (WHO) also spoke at the beginning of the summit. It was decided that G20 will come out with an action paper on #COVID19: Sources on #G20VirtualSummit
— ANI (@ANI) March 26, 2020
सुल्तान सलमान ने बैठक में कहा, ‘‘यह हमारी जिम्मेदारी है कि विकासशील देशों और अल्पविकसित देशों को इस संकट से उबारने के लिये बुनियादी संरचना बेहतर बनाने व क्षमता निर्माण करने में उनकी मदद करें।’’ अंतरराष्ट्रीय रेटिंग एजेंसी मूडीज ने बुधवार को जारी पूर्वानुमान में कहा कि इस साल वैश्विक अर्थव्यवस्था में 0.5 प्रतिशत की गिरावट आ सकती है। मूडीज ने इस साल अमेरिका की अर्थव्यवस्था में दो प्रतिशत और यूरोप की अर्थव्यवस्था में 2.2 प्रतिशत की गिरावट आने की भी आशंका व्यक्त की। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों और चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग कोरोना वायरस के संक्रमण के खिलाफ लड़ाई को लेकर जी20 की आपातकालीन बैठक बुलाने पर जोर दे रहे थे। हालांकि, इस बैठक से एक दिन पहले बुधवार को विकसित देशों के समूह जी7 की वार्ता में अमेरिका ने चीन के ऊपर सोशल मीडिया पर भ्रामक खबरें फैलाने में शामिल होने तथा महामारी को लेकर गलत सूचनाएं फैलाने में शामिल होने का आरोप लगाया। अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने कहा कि इस वायरस का संक्रमण चीन के वुहान से शुरू हुआ है, लेकिन चीन सोशल मीडिया पर अभियान चलाने में संलिप्त है जिसमें अमेरिका को इसका जिम्मेदार बताया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जी7 देशों के राजनयिक उनसे इस बात पर सहमत हुए कि चीन भ्रामक सूचनाएं फैलाने में शामिल है।
In his remarks at #G20VirtualSummit, PM Modi noted the alarming social and economic cost of the pandemic. He added that 90% of the #COVID19 cases and 88% of deaths were in G20 countries, even as they share 80% of world GDP and 60% of world population: Ministry of External Affairs pic.twitter.com/dgaSmVd2vV
— ANI (@ANI) March 26, 2020
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