पहले महाकालेश्वर मंदिर में पीएम मोदी ने की पूजा, बाद में कॉरिडोर का भी किया उद्घाटन, भव्य दिखा उज्जैन का नजारा

900 मीटर से अधिक लंबा ‘महाकाल लोक’ गलियारा पुरानी रुद्र सागर झील के चारों और फैला हुआ है। उज्जैन स्थित विश्व प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर के आसपास के क्षेत्र के पुनर्विकास की परियोजना के तहत रुद्र सागर झील को पुनर्जीवित किया गया है। देश के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक यहां महाकालेश्वर मंदिर में स्थापित है और यहां देश-विदेश से बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज गुजरात दौरे के बाद सीधे मध्य प्रदेश पहुंचे। मध्य प्रदेश के उज्जैन में उन्होंने सबसे पहले महाकालेश्वर मंदिर में पूजा अर्चना की। इसके बाद महाकाल लोक कॉरिडोर का उद्घाटन भी किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी मौजूद रहे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वहां मौजूद साधु संतों का आशीर्वाद लिया और महाकाल लोक का भ्रमण भी किया। महाकाल मंदिर को खूबसूरत तरीके से सजाया गया है। चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त किए गए थे। शिवराज सिंह चौहान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लगातार महाकाल लोक की जानकारी दे रहे थे।
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आपको बता दें कि श्री महाकाल लोक परियोजना का पहला चरण तीर्थयात्रियों को विश्व स्तरीय आधुनिक सुविधाएं प्रदान करके मंदिर में आने वाले तीर्थयात्रियों के अनुभव को स्मरणीय बनाने में सहायता प्रदान करेगा। इस परियोजना का उद्देश्य पूरे क्षेत्र में भीड़भाड़ कम करना और विरासत संरचनाओं के संरक्षण एवं बहाली पर विशेष बल देना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन दिवसीय गुजरात दौरे के बाद इंदौर पहुंचे, जहां मध्य प्रदेश के मंत्री नरोत्तम मिश्रा और पूर्व लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन ने उनका स्वागत किया। महाकाल लोक गलियारे का निर्माण 850 करोड़ रुपए में किया गया है। यह गलियारा काफी भव्य है।
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900 मीटर से अधिक लंबा ‘महाकाल लोक’ गलियारा पुरानी रुद्र सागर झील के चारों और फैला हुआ है। उज्जैन स्थित विश्व प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर के आसपास के क्षेत्र के पुनर्विकास की परियोजना के तहत रुद्र सागर झील को पुनर्जीवित किया गया है। देश के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक यहां महाकालेश्वर मंदिर में स्थापित है और यहां देश-विदेश से बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं। गलियारे के लिए दो भव्य प्रवेश द्वार-नंदी द्वार और पिनाकी द्वार बनाए गए हैं। यह गलियारा मंदिर के प्रवेश द्वार तक जाता है तथा रास्ते में मनोरम दृश्य देखने को मिलते हैं। महाकाल मंदिर के नवनिर्मित गलियारे में 108 स्तंभ बनाए गए हैं, 910 मीटर का ये पूरा महाकाल मंदिर इन स्तंभों पर टिका होगा।
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