यौन उत्पीड़न के मामलों में कतई बर्दाश्त नहीं की नीतिः सुहाग
संयुक्त राष्ट्र। सेना प्रमुख दलबीर सिंह सुहाग ने जोर देकर कहा है कि भारतीय सेना शांति रक्षा अभियानों के दौरान यौन शोषण और उत्पीड़न को लेकर कतई बर्दाश्त नहीं की नीति के प्रति ‘‘पूरी तरह कटिबद्ध है।’’ उन्होंने यह बात संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून से यहां हुई मुलाकात के दौरान कही। बान ने इस दौरान भारत के शांति सैनिकों की कटिबद्धता और अनुशासन की सराहना की। सुहाग अमेरिका की चार दिन की यात्रा पर हैं। सोमवार को उन्होंने संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून तथा संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थाई प्रतिनिधि सैयद अकबरूद्दीन से मुलाकात की।
सेना प्रमुख और संयुक्त राष्ट्र महासिचव के बीच हुई मुलाकात के बारे में भारतीय मिशन द्वारा जारी किए गए संक्षिप्त बयान में कहा गया कि ‘‘भारतीय सेना प्रमुख ने यौन उत्पीड़न एवं शोषण के प्रति महासचिव की कतई बर्दाश्त नहीं करने की नीति के प्रति भारतीय सेना की पूर्ण कटिबद्धता पर जोर दिया।’’ बयान में कहा गया कि सुहाग ने महासिचव को वैश्विक शांति के प्रति ‘‘प्रशिक्षण, अनुशासन और समर्पण के उच्चतम मानकों के साथ’’ भारतीय सेना की अनवरत प्रतिबद्धता का आश्वासन दिया। संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने संयुक्त राष्ट्र मिशनों में सेवारत भारतीय शांति सैनिकों की प्रतिबद्धता, अनुशासन और गुणवत्ता की ‘‘सराहना’’ की।
बान ने संयुक्त राष्ट्र के शांति अभियानों में भारत के मजबूत समर्थन की सराहना की। सुहाग और बान के बीच मुलाकात मध्य अफ्रीकी गणराज्य में संयुक्त राष्ट्र और फ्रांसीसी सैनिकों तथा स्थानीय सशस्त्र समूहों द्वारा कथित यौन शोषण किए जाने की नई खबरों की पृष्ठभूमि में हुई है। महासचिव के प्रवक्ता के कार्यालय ने कहा है कि मध्य अफ्रीकी गणराज्य में संयुक्त राष्ट्र बहुआयामी एकीकृत स्थिरता मिशन (एमआईएनयूएससीए) ने 25 मार्च को घोषणा की थी कि उसे यौन शोषण एवं उत्पीड़न की नयी शिकायतें मिली हैं। ज्यादातर आरोप 2013 से 2015 के बीच केमो क्षेत्र में तैनात बुरूंडी और गैबन देश के सैनिकों तथा फ्रांस के संगारिस बल से जुड़े सैनिकों से संबंधित हैं। नयी रिपोर्ट में कोई भी भारतीय सैनिक किसी भी तरह का गलत काम करने का दोषी नहीं पाया गया। पिछले महीने जारी नयी रिपोर्ट में नागरिकों के यौन शोषण के दोषी संयुक्त राष्ट्र शांति सैनिकों की राष्ट्रीयता की पहली बार पहचान की गई है। रिपोर्ट के अनुसार संयुक्त राष्ट्र को पिछले साल अपने सैनिकों के खिलाफ यौन शोषण के 69 आरोप मिले।
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