ममता पर कथित हमले को लेकर सियासी बवाल, TMC ने EC पर उठाए सवाल, भाजपा ने की जांच की मांग
भाजपा नेताओं का एक दल बृहस्पतिवार को कोलकाता केएसएसकेएम अस्पताल पहुंचा जहां राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का उपचार चल रहा है। मेघालय और त्रिपुरा के पूर्व राज्यपाल तथागत रॉय और भाजपा की राज्य इकाई के प्रवक्ता सामिक भट्टाचार्य अस्पताल जाने वाले दल में शामिल थे।
बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आरोप लगाया कि नंदीग्राम में चुनाव प्रचार के दौरान ‘‘चार-पांच लोगों’’ द्वारा कथित रूप से धक्का दिये जाने की वजह से उनके एक पैर में चोट लगी है। चोट के बाद ममता बनर्जी को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। फिलहाल उनकी हालत स्थिर है और वह डॉक्टरों की निगरानी में है। लेकिन इस मामले को लेकर सियासी बवाल मचा हुआ है। इस बीच ममता बनर्जी ने अस्पताल से एक वीडियो संदेश में अपने समर्थकों से शांति बनाए रखने और ऐसा कुछ नहीं करने की अपील की जिससे जनता को परेशानी हो। उन्होंने कहा कि वह कुछ दिनों में चुनाव प्रचार के लिए लौटेंगी और जरूरी हुआ तो व्हील चेयर का इस्तेमाल करेंगी। इससे पहले बनर्जी ने आरोप लगाया कि जब वह कार में सवार हो रही थीं तो चार-पांच लोगों ने उन्हें धक्का दिया। फिलहाल तृणमूल कांग्रेस के नेता शेख सूफियान की ओर से दी गई शिकायत के आधार पर पुलिस ने ममता बनर्जी पर हुए हमले के संबंध में मामला दर्ज किया। पार्टी सूत्र ने बताया कि तृणमूल कांग्रेस का संसदीय प्रतिनिधिमंडल ममता बनर्जी पर ‘‘हमले’’ को लेकर शुक्रवार को दिल्ली में चुनाव आयोग से मिलेगा, छह सांसदों के प्रतिनिधिमंडल में शामिल होने की संभावना है।
ममता के चोट लगने के बाद से आरोप-प्रत्यारोप का दौर लगातार जारी है। ममता बनर्जी और उनकी पार्टी लगातार भाजपा पर उनके खिलाफ साजिश रचने का आरोप लगा रही है। TMC इसे हमला बता रही है जबकि भाजपा की ओर से इसे हादसा बताया जा रहा और कहा जा रहा कि ऐसे मसलों पर राजनीति नहीं होनी चाहिए। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि वे (TMC) इस मुद्दे का राजनीतिकरण कर रहे हैं। हालांकि, हमारा मानना है कि ऐसी घटनाओं का राजनीतिकरण नहीं किया जाना चाहिए। मुझे उम्मीद है कि चुनाव आयोग राजनीतिक हिंसा को नियंत्रित करने के लिए पश्चिम बंगाल में पर्याप्त केंद्रीय बल भेजेगा। कांग्रेस के अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि सहानुभूति हासिल करने के लिए यह 'सियासी पखण्ड' है। चुनाव से पहले, उन्होंने (ममता बनर्जी) नंदीग्राम में कठिनाइयों का सामना करने के बाद इस 'नौटंकी' की योजना बनाई। सिर्फ सीएम ही नहीं, वह पुलिस मंत्री भी हैं। क्या आप मान सकते हैं कि पुलिस मन्त्री के साथ कोई पुलिस नहीं थी? हालांकि इस मामले में चुनाव आयोग ने रिपोर्ट तलब किया है। लेकिन सवाल यही है कि किसी मुख्यमंत्री के साथ ऐसा कैसे हो सकता है क्योंकि उनकी सुरक्षा में इस तरह की चूक का सवाल ही पैदा नहीं होता।I request everybody to maintain peace and refrain from doing anything that can cause inconvenience to anybody. I will resume work in the next 2-3 days: West Bengal CM Mamata Banerjee pic.twitter.com/AXYZkWdEnj
— ANI (@ANI) March 11, 2021
ममता बनर्जी पर ‘हमले’ के विरोध में तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने कई जगह प्रदर्शन किए
तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने पार्टी प्रमुख एवं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर हुए कथित हमले के विरोध में बृहस्पतिवार को राज्य भर में विरोध प्रदर्शन किए। कार्यकर्ताओं ने कोलकाता, उत्तर 24परगना, हुगली, हावड़ा, बीरभूम, दक्षिण 24परगना और जलपाईगुड़ी जिले के कुछ हिस्सों में विरोध प्रदर्शन किए। इस दौरान पार्टी कार्यकर्ताओं ने भाजपा के खिलाफ नारेबाजी की और बनर्जी के खिलाफ साजिश रचने के आरोप लगाए। सत्तारुढ़ पार्टी के कार्यकर्ता सड़कों पर उतर आए और उन्होंने टायर जलाए। पार्टी कार्यकर्ताओं और भाजपा के कार्यकर्ताओं के एक समूह के बीच सुबह बिरूलिया इलाके में झड़प हुई लेकिन स्थित को तत्काल काबू में कर लिया गया। बनर्जी के शीघ्र स्वस्थ होने के लिए नंदीग्राम के पीरबाबा मजार में और मंदिरों में कार्यकर्ताओं ने प्रार्थना की।
चुनाव आयोग को ममता पर हमले की जिम्मेदारी लेनी होगी: तृणमूल
तृणमूल कांग्रेस ने नंदीग्राम में चुनाव प्रचार मुहिम के दौरान घायल हुईं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को ‘‘सुरक्षा मुहैया कराने में नाकाम रहने’’ पर निर्वाचन आयोग की बृहस्पतिवार को निंदा की और कहा कि आयोग जिम्मेदारी से नहीं बच सकता, क्योंकि विधानसभा चुनाव की घोषणा के बाद वही कानून-व्यवस्था की स्थिति के लिए जिम्मेदार है। तृणमूल के प्रतिनिधि मंडल ने यहां आयोग के अधिकारियों से मुलाकात करने के बाद निर्वाचन आयोग पर भाजपा नेताओं के ‘‘आदेशानुसार’’ काम करने का आरोप लगाया और कहा कि ‘‘बनर्जी पर हमला हो सकने की रिपोर्ट के बावजूद निर्वाचन आयोग ने कुछ नहीं किया।’’ इस बीच, भाजपा के प्रतिनिधिमंडल ने यहां ईसी अधिकारियों से मुलाकात की और बनर्जी पर हमले की घटना की संपूर्ण जांच कराए जाने की मांग की। एक भाजपा नेता ने कहा, ‘‘हम चाहते हैं कि घटना की वीडियो फुटेज सार्वजनिक की जाए, ताकि लोगों को पता चला कि वास्तव में हुआ क्या था।’’
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तृणमूल के महासचिव पार्थ चटर्जी ने कहा, ‘‘बंगाल में कानून-व्यवस्था की स्थिति अच्छी थी, लेकिन चुनावों की घोषणा के बाद कानून-व्यवस्था ईसी (निर्वाचन आयोग) की जिम्मेदारी बन गई।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ईसी ने राज्य पुलिस के डीजीपी को हटा दिया और अगले ही दिन उन पर(बनर्जी) हमला हो गया।’’ चटर्जी ने दावा किया कि वरिष्ठ भाजपा नेताओं के कई बयानों से ये संकेत मिले थे कि बनर्जी पर हमला हो सकता है और ‘‘ये जानकारियां होने के बावजूद मुख्यमंत्री को पर्याप्त सुरक्षा मुहैया नहीं कराई गई।’’ उन्होंने कहा, ‘‘जब ईसी प्रशासन का प्रभारी है, तो ममता बनर्जी पर हमले की जिम्मेदारी कौन लेगा? ईसी को इस घटना की जिम्मेदारी लेनी होगी।’’ चटर्जी ने कहा, ‘‘वे भाजपा नेताओं के आदेश पर काम कर रहे हैं। भाजपा ने ईसी से किसी अधिकारी को हटाने को कहा और वे उसे हटा रहे हैं।’’ इससे पहले, राज्य के मंत्री चटर्जी के नेतृत्व में तृणमूल कांग्रेस के तीन सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल ने आयोग के अधिकारियों से मुलाकात की और मामले में शिकायत दर्ज कराई। प्रतिनिधि मंडल ने मामले की संपूर्ण जांच कराए जाने की मांग की।
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चटर्जी के साथ राज्य की मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य और राज्यसभा में तृणमूल के नेता डेरेक ओ’ब्रायन भी निर्वाचन आयोग के अधिकारियों से मिले। ओ’ब्रायन ने कहा, ‘‘आपको घटनाक्रम को समझना होगा। आप डीजीपी को हटाते हैं, एक महिला मुख्यमंत्री की सुरक्षा में कमी करते हैं और फिर उस पर हमला करते हैं। यदि आप भाजपानेताओं की सोशल मीडिया पोस्ट पढ़ें, तो उनमें इस बात के संकेत हैं कि बनर्जी पर हमला किया जाएगा।’’ बनर्जी का कोलकाता के एसएसकेएम अस्पताल में उपचार चल रहा है। चिकित्सकों के अनुसार उनका बायां पैर, कमर, कंधा और गर्दन चोटिल हो गए हैं। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को आरोप लगाया कि नंदीग्राम में चुनाव प्रचार के दौरान ‘‘चार-पांच लोगों’’ ने उन्हें धक्का दिया, जिसके कारण वह जमीन पर गिर गई और चोटिल हो गईं।
दिलीप घोष ने ममता पर हुए हमले की जांच सीबीआई से कराने की मांग की
भाजपा की पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष दिलीप घोष ने राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर हुए कथित हमले की जांच सीबीआई से कराने की मांग की, साथ ही उन्होंने कहा कि इस बात की जांच की जरूरत है कि कहीं यह घटना वोट हासिल करने के लिए ‘‘रचा गया नाटक’’ तो नहीं है। घोष ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि राज्य के लोगों ने पहले भी इस प्रकार का ‘‘नाटक’’ देखा है। उन्होंने कहा, ‘‘ इस बात की जांच कराई जाने की जरूरत है कि वास्तव में हुआ क्या था। कैसे ‘जेड-प्लस’ सुरक्षा प्राप्त व्यक्ति पर हमला हुआ, यह जांच का विषय है। सच्चाई सामने लाने के लिए राज्य को मामले की सीबीआई जांच के आदेशदेने चाहिए।’’ भाजपा नेता ने ममता के अस्पताल में भर्ती होने और पैर में प्लास्टर बंधा होने संबंधी तस्वीरों का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘ इस बात की जांच की जरूरत है कि क्या यह सही घटना है या रचा गया नाटक।’’
पुलिस ने ममता पर ‘हमले’ के संबंध में मामला दर्ज किया
तृणमूल कांग्रेस के नेता शेख सूफियान की ओर से दी गई शिकायत के आधार पर पुलिस ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर हुए हमले के संबंध में बृहस्पतिवार को मामला दर्ज किया। पुलिस ने यह जानकारी दी। पूर्व मेदिनीपुर जिले के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि भारतीय दंड संहिता की धारा 341 (गलत तरीके से रोकने) और धारा 323 (जानबूझ कर चोट पहुंचाने)के तहत मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने बताया कि, ‘‘हमें श्री सूफियान की ओर से शिकायत मिली थी। हमारी जांच चल रही है और हम साक्ष्य इकट्ठा कर रहे हैं।’’ इससे पहले सुबह जिला मजिस्ट्रेट विभु गोयल, पुलिस अधीक्षक प्रवीण प्रकाश और अन्य अधिकारी बिरुलिया बाजार गए, जहां घटना हुई थी।
वरिष्ठ अधिकारियों ने उस स्थल का दौरा किया जहां ममता पर हुआ था ‘‘हमला’’
जिले के वरिष्ठ अधिकारियों ने बृहस्पतिवार सुबह नंदीग्राम में उस स्थल का दौरा किया, जहां पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान कथित रूप से हमला किया गया था। अधिकारियों ने बताया कि पूर्व मेदिनीपुर जिला मजिस्ट्रेट विभू गोयल, पुलिस अधीक्षक प्रवीण प्रकाश और अन्य अधिकारियों ने घटना की जांच करने के लिए बिरुलिया बाजार इलाके का दौरा किया। उन्होंने बताया कि अधिकारियों ने प्रत्यक्षदर्शियों से बात की और इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज देखी, ताकि यह पता लगाया जा सके कि घटना के समय क्या हुआ था। जिला मजिस्ट्रेट ने कहा, ‘‘हम घटना के दौरान वहां मौजूद रहे लोगों से बातचीत कर रहे हैं। हमें अभी तक उस घटना की कोई स्पष्ट फुटेज नहीं मिल पाई है।’’
ममता की हालत अब स्थिर, चिकित्सक अभी और जांच करेंगे
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की हालत अब स्थिर है और चिकित्सक ‘सीटी स्कैन’ सहित कई और जांच करने की योजना बना रहे हैं ताकि चोटे कितनी गहरी हैं इसका पता लगाया जा सके। पूर्वी मेदिनीपुर जिले के नंदीग्राम में शाम को कथित हमले के बाद बनर्जी ने सीने में दर्द और सांस लेने में तकलीफ की शिकायत की थी और उन्हें यहां सरकारी एसएसकेएम अस्पताल में भर्ती कराया गया था। चिकित्सकों ने बुधवार रात को की गई शुरुआती चिकित्सकीय जांच के बाद बताया था कि ममता बनर्जी के बायें पैर के टखने तथा पांव की हड्डियों में गंभीर चोट आयी हैं और उनके दायें कंधे, हाथ तथा गले पर भी चोट लगी है। एसएसकेएम के एक चिकित्सक ने कहा कि उनके बाएं टखने पर एक कच्चा प्लास्टर लगाया गया है और आज सुबह उनके रक्त की कई जांच की जाएगी। उनकी ईसीजी रिपोर्ट सामान्य आई है। उन्होंने कहा कि बनर्जी की हालत अब स्थिर है। अगले 48 घंटे तक उनके स्वास्थ्य पर नजर रखी जाएगी। आज दिन में उनका सीटी स्कैन किया जा सकता है। हम एक बार फिर उनकी जांच करेंगे और रिपोर्ट के अनुरूप आगे के उपचार के संबंध में फैसला लेंगे। उनका बुखार भी कम हुआ है।’’
भाजपा नेता ममता बनर्जी से मुलाकात करने अस्पताल पहुंचे
भाजपा नेताओं का एक दल बृहस्पतिवार को कोलकाता केएसएसकेएम अस्पताल पहुंचा जहां राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का उपचार चल रहा है। मेघालय और त्रिपुरा के पूर्व राज्यपाल तथागत रॉय और भाजपा की राज्य इकाई के प्रवक्ता सामिक भट्टाचार्य अस्पताल जाने वाले दल में शामिल थे। उन्होंने कहा कि वे चिकित्सकीय कारणों से तृणमूल कांग्रेस प्रमुख से मुलाकात नहीं कर सके। भट्टाचार्य ने कहा कि हमने वहां मौजूद मंत्री अरूप बिस्वास सहित तृणमूल कांग्रेस के नेताओं को अपनी चितांओं से अवगत करा दिया हैऔर मुख्यमंत्री के शीघ्र स्वस्थ्य होने की कामना की।
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