गंगा में डुबकी लगाने से गरीबी खत्म नहीं होगी, बीजेपी नेताओं के महाकुंभ स्नान पर खरगे का तंज

Kharge
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अभिनय आकाश । Jan 27 2025 5:53PM

खरगे ने पीएम मोदी और शाह पर अपना हमला कम करते हुए कहा कि उन्होंने इतने पाप किए हैं कि वे 100 जन्मों में स्वर्ग नहीं जा सकते। उनकी टिप्पणी पर खड़गे पर पलटवार करते हुए, भाजपा के पुरी लोकसभा सांसद संबित पात्रा ने कहा कि कांग्रेस प्रमुख का बयान "करोड़ों हिंदुओं की आस्था पर हमला था।

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने सोमवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के महाकुंभ दौरे को लेकर उन पर तीखा कटाक्ष किया और कहा कि शाह के गंगा में डुबकी लगाने से गरीबी नहीं दूर होगी। भाजपा के खिलाफ व्यापक मोर्चा खोलते हुए कांग्रेस प्रमुख ने कहा कि भगवा पार्टी के नेता कैमरों की खातिर गंगा नदी में डुबकी लगाने के लिए एक-दूसरे से होड़ कर रहे हैं। हालाँकि, खड़गे ने स्पष्ट किया कि वह किसी की आस्था को ठेस नहीं पहुँचाना चाहते। राज्यसभा में विपक्ष के नेता ने अपना हमला और तेज कर दिया और भाजपा-आरएसएस के लोगों को देशद्रोही करार दिया और कहा कि कांग्रेस धर्म के नाम पर गरीबों का शोषण कभी बर्दाश्त नहीं करेगी।

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खरगे ने पीएम मोदी और शाह पर अपना हमला कम करते हुए कहा कि उन्होंने इतने पाप किए हैं कि वे 100 जन्मों में स्वर्ग नहीं जा सकते। उनकी टिप्पणी पर खड़गे पर पलटवार करते हुए, भाजपा के पुरी लोकसभा सांसद संबित पात्रा ने कहा कि कांग्रेस प्रमुख का बयान "करोड़ों हिंदुओं की आस्था पर हमला था। पूरी दुनिया इस महाकुंभ की बात कर रही है वहीं भारत की सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी इसे नकार रही है। महाकुंभ पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे का बयान सुनकर करोड़ों लोग आहत हैं। उन्होंने कहा कि क्या गंगा स्नान से गरीबी दूर हो जाएगी? क्या लोगों को रोजगार मिलेगा?

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खरगे ने कहा कि बाबा साहेब अंबेडकर महार जाति से आते थे, लेकिन मध्य प्रदेश में महार जाति को आरक्षण नहीं मिलता है।  यहां हमारी सरकार बनते ही महार जाति को Scheduled Castes (SCs) का दर्जा दिलाकर रहेंगे। महात्मा गांधी जी ने कहा था-'मैं एक ऐसे भारत के लिए काम करूंगा, जिसमें गरीब से गरीब भी ये महसूस कर सकें कि ये देश उनका है और इसके निर्माण में उनकी जोरदार आवाज है। ऐसे भारत में ऊंच-नीच का भेद नहीं होगा, सभी जातियां मेल-मिलाप से रहेंगी और छुआ-छूत के लिए कोई स्थान नहीं होगा। स्त्री और पुरुषों के समान अधिकार होंगे।' लेकिन अफसोस कि नरेंद्र मोदी और अमित शाह जैसे लोग बापू के उसूलों को नहीं मानते।    

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