Prashant Kishor ने जातिगत आधार पर आरक्षण का समर्थन किया

Prashant Kishor
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इसके कुछ दिन पहले किशोर ने बिहार की महागठबंधन सरकार द्वारा शुरू किये गये जातिगत जनगणना की आलोचना करते हुए कहा था कि यह वोट के लिए समाज को ‘बांटने’ और ‘मूर्ख’ बनाने के लिए है। उन्होंने कहा कि जनगणना कराने की वैध अनुमति केवल केंद्र सरकार को है।

चुनावी रणनीतिकार से नेता बने प्रशांत किशोर ने सोमवार को जातिगत आधार पर आरक्षण का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि आरक्षण तब तक जारी रहना चाहिए जब तक कि समाज का वंचित और कमजोर वर्ग विकास के लिहाज से अन्य लोगों के बराबर नहीं हो जाए। इसके कुछ दिन पहले किशोर ने बिहार की महागठबंधन सरकार द्वारा शुरू किये गये जातिगत जनगणना की आलोचना करते हुए कहा था कि यह वोट के लिए समाज को ‘बांटने’ और ‘मूर्ख’ बनाने के लिए है। उन्होंने कहा कि जनगणना कराने की वैध अनुमति केवल केंद्र सरकार को है।

गोपालगंज में किशोर ने सोमवार को संवाददाताओं से कहा, ‘‘ आरक्षण नीति वैध है। यह जारी रहना चाहिए, क्योंकि हमें समाज के उन वर्गों को साथ लेकर चलना है, जो सामाजिक और आर्थिक संकेतकों के आधार पर पीछे रह गये हैं।’’ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला बोलते हुए किशोर ने कहा कि उनकी साख उनके राजनीतिक जीवन के सबसे निम्नतम स्तर पर पहुंच चुकी है। उन्होंने कहा कि नीतीश नीत सरकार पर अब लोगों को भरोसा नहीं रह गया है। किशोर ने आरोप लगाया कि कोरोना वायरस महामारी के दौरान नीतीश कुमार ने लोगों को उनके भाग्य पर छोड़ दिया था। प्रशांत किशोर ने आरोप लगाया कि हाल ही में नीतीश ने जहरीली शराब कांड के पीड़ितों का यह कहकर मजाक उड़ाया था कि, ‘‘जो पियेगा, वह मरेगा।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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