विश्व डेयरी सम्मेलन का प्रधानमंत्री मोदी ने किया उद्घाटन, कहा- डेयरी सेक्टर की ताकत छोटे किसान, 8 करोड़ परिवारों को रोजगार मिला

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रेनू तिवारी । Sep 12 2022 11:52AM

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 12 सितंबर को ग्रेटर नोएडा में अंतरराष्ट्रीय डेयरी संघ विश्व डेयरी सम्मेलन-2022 (आईडीएफ डब्ल्यूडीएस-2022) का उद्घाटन किया। इस दौरान पीएम मोदी मे जनता को संबोधित भी किया।

नयी दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 12 सितंबर को ग्रेटर नोएडा में अंतरराष्ट्रीय डेयरी संघ विश्व डेयरी सम्मेलन-2022 (आईडीएफ डब्ल्यूडीएस-2022) का उद्घाटन किया।  इस दौरान पीएम मोदी मे जनता को संबोधित भी किया। उन्होंने कहा भारत के डेयरी क्षेत्र को बड़े पैमाने पर उत्पादन के बजाय बड़े पैमाने पर उत्पादन के लिए मान्यता प्राप्त है। आज डेयरी क्षेत्र से 8 करोड़ परिवारों को रोजगार मिल रहा है। छोटे पैमाने के डेयरी किसानों के सामूहिक प्रयासों से भारत दुनिया में डेयरी उत्पादों का सबसे बड़ा उत्पादक बन गया है।

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा डेयरी सेक्टर का सामर्थ्य ना सिर्फ ग्रामीण अर्थव्यवस्था को गति देता है, बल्कि ये दुनिया भर में करोड़ों लोगों की आजीविका का भी प्रमुख साधन है। विश्व के अन्य विकसित देशों से अलग, भारत में डेयरी सेक्टर की असली ताकत छोटे किसान हैं। आज भारत में डेयरी कोऑपरेटिव का एक ऐसा विशाल नेटवर्क है, जिसकी मिसाल पूरी दुनिया में मिलना मुश्किल है।

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 आपको बता दे कि अंतरराष्ट्रीय डेयरी संघ विश्व डेयरी सम्मेलन-2022 (आईडीएफ डब्ल्यूडीएस-2022) का उद्घाटन से पहले पीएमओ ने बताया था कि चार दिवसीय शिखर सम्मेलन, जो इंडिया एक्सपो सेंटर एंड मार्ट में आयोजित किया जा रहा है, वैश्विक और भारतीय डेयरी हितधारकों का एक सम्मेलन है, जिसमें उद्योग जगत के नेता, विशेषज्ञ, किसान और नीति निर्माता शिरकत करेंगे। यह सम्मेलन ‘पोषण और आजीविका के लिए डेयरी’ विषय पर केंद्रित है। पीएमओ के मुताबिक, आईडीएफ डब्ल्यूडीएस-2022 में दुनिया के 50 देशों के लगभग 1,500 प्रतिभागियों के हिस्सा लेने की संभावना है।

इससे पहले, भारत में विश्व डेयरी सम्मेलन का आयोजन साल 1974 में किया गया था। प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा, “भारतीय डेयरी उद्योग इस मायने में अद्वितीय है कि यह एक सहकारी मॉडल पर आधारित है, जो छोटे और सीमांत डेयरी किसानों, विशेषकर महिलाओं को सशक्त बनाता है।” पीएमओ ने कहा, “प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण से प्रेरित होकर सरकार ने डेयरी क्षेत्र की बेहतरी के लिए कई कदम उठाए हैं, जिसके परिणामस्वरूप पिछले आठ वर्षों में दूध उत्पादन में 44 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि हुई है।”

प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा कि भारतीय डेयरी उद्योग, जिसकी वैश्विक दुग्ध उत्पादन में लगभग 23 प्रतिशत हिस्सेदारी है और जो सालाना लगभग 210 मिलियन टन दूध का उत्पादन करता है और आठ करोड़ से अधिक डेयरी किसानों को सशक्त बनाता है, उसकी की सफलता की कहानी आईडीएफ डब्ल्यूडीएस-2022 में प्रदर्शित की जाएगी। पीएमओ के मुताबिक, शिखर सम्मेलन से भारतीय डेयरी किसानों को वैश्विक स्तर पर अपनाई जाने वाली सर्वोत्तम प्रथाओं के बारे में जानने में भी मदद मिलेगी।

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