पुडुचेरी के CM ने अनशन समाप्त किया, कहा- भाजपा के खिलाफ जारी रहेगा प्रदर्शन

राहुल, प्रियंका और उनकी पार्टी के करीब 150 कार्यकर्ताओं को निषेधाज्ञा के कथित उल्लंघन के लिए बृहस्पतिवार को ग्रेटर नोएडा में उस समय कुछ देर के लिए हिरासत में ले लिया गया था, जब वे कथित सामूहिक बलात्कार पीड़िता के परिजनों से मिलने हाथरस जा रहे थे।
कांग्रेस की युवा और छात्र शाखाओं के प्रतिनिधिमंडलों ने भी पार्टी द्वारा आहूत प्रदर्शन में भाग लिया। पार्टी सूत्रों ने बताया कि सुबह आठ बजे शुरू हुई भूख हड़ताल शाम पांच बजे समाप्त हुई। नारायणसामी ने राहुल, प्रियंका के खिलाफ उत्तर प्रदेश पुलिस की कार्रवाई की आलोचना की। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘उत्तर प्रदेश पुलिस की कार्रवाई प्रदेश के हिटलर राज और जंगल राज को दर्शाती है।’’ कांग्रेस नेताओं ने कहा कि राहुल के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई ‘‘धृष्टता, अलोकतांत्रिक है और बुनियादी लोकतांत्रिक अधिकारों को रौंदने का स्पष्ट प्रयास’’ है।இன்று நடைபெற்ற உண்ணாவிரத போராட்டத்தை மதச்சார்பற்ற கூட்டணி கட்சி தலைவர்கள் மாண்புமிகு முதலமைச்சர் அவர்களுக்கு பழச்சாறு கொடுத்து உண்ணாவிரதத்தை முடித்து வைத்தார்கள் . pic.twitter.com/WPCNOEIxOj
— V.Narayanasamy (@VNarayanasami) October 2, 2020
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गौरतलब है कि राहुल, प्रियंका और उनकी पार्टी के करीब 150 कार्यकर्ताओं को निषेधाज्ञा के कथित उल्लंघन के लिए बृहस्पतिवार को ग्रेटर नोएडा में उस समय कुछ देर के लिए हिरासत में ले लिया गया था, जब वे कथित सामूहिक बलात्कार पीड़िता के परिजनों से मिलने हाथरस जा रहे थे। गत 14 सितंबर को हाथरस जिले के चंदपा थाना क्षेत्र स्थित एक गांव की रहने वाली 19 वर्षीय दलित लड़की से कथित तौर पर सामूहिक बलात्कार किया गया था।
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