पंजाब विधानसभा का सत्र शुरू, विधायकों को दिलायी गयी शपथ
पंजाब के नवनियुक्त मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और नवनिर्वाचित विधायकों ने यहां 15वीं पंजाब विधानसभा के पहले सत्र के पहले दिन आज शपथ ग्रहण की।
चंडीगढ़। पंजाब के नवनियुक्त मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और नवनिर्वाचित विधायकों ने यहां 15वीं पंजाब विधानसभा के पहले सत्र के पहले दिन आज शपथ ग्रहण की। आज दोपहर विधानसभा की कार्यवाही शुरू होने पर पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल और उनके पुत्र पूर्व उप मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल की सदन से गैर मौजूदगी ने सबका ध्यान आकर्षित किया। विधानसभा के कार्यवाहक अध्यक्ष कांग्रेस के राणा केपी सिंह ने शपथ ग्रहण कराई।
कार्यवाहक अध्यक्ष ने सबसे पहले पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह को शपथ दिलायी। उन्होंने पंजाबी में शपथ ग्रहण की। मुख्यमंत्री के बाद सबसे वरिष्ठ कैबिनेट मंत्री ब्रह्म मोहिंद्र ने शपथ ग्रहण की, जिसके बाद नवजोत सिंह सिद्धू, मनप्रीत सिंह बादल, साधू सिंह धरमसोट, तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा, राणा गुरजीत सिंह, चरणजीत सिंह चन्नी सहित दो राज्य मंत्रियों (स्वतंत्र प्रभार) अरुणा चौधरी और रजिया सुल्ताना सहित अन्य कैबिनेट मंत्रियों ने भी शपथ ग्रहण की। अरुणा चौधरी ने अंग्रेजी में शपथ ली। सदन में विपक्ष के नेता और डाखा से आप विधायक एचएस फुल्का को भी कार्यवाहक अध्यक्ष ने शपथ दिलायी। सभी महिला विधायकों को एक एक कर शपथ दिलायी गयी। कार्यवाहक अध्यक्ष ने अंग्रेजी वर्णमाला के वरियता क्रम के अनुसार विधानसभा क्षेत्रों के नाम के आधार पर शपथ दिलायी।
विधानसभा अध्यक्ष और विधानसभा उपाध्यक्ष का चुनाव 27 मार्च को होगा। पंजाब के राज्यपाल वीपी सिंह बदनौर 28 मार्च को विधानसभा को संबोधित करेंगे, जिसके बाद राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा और धन्यवाद प्रस्ताव होगा। 29 मार्च को वर्ष 2016-17 के लिये अनुपूरक मांगें और वर्ष 2017-18 के लिये लेखानुदान पेश किया जायेगा। 117 सदस्यीय विधानसभा में 77 सीटें जीतकर कांग्रेस ने एक दशक बाद शिअद-भाजपा को सत्ता से हटाया है। आम आदमी पार्टी ने 20 सीटें जीतीं और 18 सीटों के साथ शिअद-भाजपा गठबंधन तीसरे पायदान पर रही। आप के 20 विधायकों में से 19 पहली बार विधायक चुने गये हैं। आप प्रमुख सुखपाल सिंह खरा वर्ष 2002 में कांग्रेस से विधायक थे। आप विधायक दल के नेता एचएस फुल्का हैं और वही विपक्ष के नेता होंगे।
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