राहुल के अहं को संतुष्ट करने के लिये राफेल सौदे पर JPC नहीं बना सकते: रविशंकर प्रसाद

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[email protected] । Nov 22 2018 7:47PM

राम मंदिर के संबंध में पूछे गये सवाल पर प्रसाद ने कहा, भाजपा का पहले दिन से स्पष्ट संकल्प है कि अयोध्या में राम जन्मभूमि पर भव्य राम मंदिर का निर्माण होना चाहिये।

इंदौर। राफेल सौदे के मामले में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के आरोपों को खारिज करते हुए केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने बृहस्पतिवार को कहा कि कांग्रेस नेता के अहं को संतुष्ट करने के लिए सरकार संयुक्त संसदीय समिति गठित नहीं कर सकती है। प्रसाद ने यहां संवाददाताओं से कहा, "राहुल ने राफेल मामले में आज तक कोई प्रामाणिक बात नहीं बतायी है। हमने इन लड़ाकू जहाजों का सौदा देशहित में किया है। हम केवल राहुल के अहं को संतुष्ट करने के लिए (मामले की जांच के लिये) संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) गठित नहीं कर सकते।" उन्होंने कहा, "राफेल सौदे को लेकर शीर्ष न्यायालय में पांच घंटे लम्बी सुनवाई पहले ही हो चुकी है। आदेश की प्रतीक्षा कीजिये।" 

राम मंदिर के संबंध में पूछे गये सवाल पर प्रसाद ने कहा, "भाजपा का पहले दिन से स्पष्ट संकल्प है कि अयोध्या में राम जन्मभूमि पर भव्य राम मंदिर का निर्माण होना चाहिये। यह हमारे लिये चुनावी मुद्दा नहीं, बल्कि आस्था का विषय है।" उन्होंने कहा, "हमारी सरकार राम मंदिर मामले में संवैधानिक दायरे में हर जरूरी कदम उठायेगी।" सबरीमला पर कानून मंत्री ने कहा, "यह मामला हालांकि आस्था का गंभीर विषय है। लेकिन किसी भी धर्म के मूल विचार उसकी हजारों साल पुरानी परंपराओं पर आधारित होते हैं। अगर कोई भी न्यायालय किसी धर्म के मूल विचारों का विश्लेषण करता है, तो ऐसा विश्लेषण केवल एक धर्म के लिये नहीं, बल्कि सभी धर्मों के लिये किया जाना चाहिये।"

उन्होंने कहा, "क्या कल को यह सवाल उठेगा कि कुछ धार्मिक स्थलों में पुरुषों को जाने की अनुमति क्यों नहीं दी जाती ? क्या यह प्रश्न भी किया जायेगा कि मंगलवार का व्रत रखा जाना चाहिये या नहीं?" तीन तलाक को "कुप्रथा" बताते हुए कानून मंत्री ने मांग की कि यूपीए प्रमुख सोनिया गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को इस मामले में अपना रुख स्पष्ट करना चाहिये। सरकार पर पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के आरोपों के बारे में प्रसाद ने कहा, "कांग्रेस जैसी घोर अलोकतांत्रिक पार्टी हमारे सामने लोकतंत्र की दुहाई न दे। मनमोहन बतायें कि शीर्ष न्यायालय द्वारा सीबीआई को पिंजरे में बंद तोता किस प्रधानमंत्री के कार्यकाल में कहा गया था?"

देश में 1984 के हुए सिख विरोधी दंगों के बारे में भाजपा नेता ने कांग्रेस आलाकमान से पूछा कि पार्टी के वरिष्ठ नेता कमलनाथ को पंजाब का प्रभारी बनाये जाने के चंद दिनों बाद ही उन्हें क्यों हटना पड़ा था?

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