RSS की पत्रिकाएं ‘उदारवाद का स्वर्णिम उदाहरण’ हैं: स्मृति ईरानी

RSS magazines are golden examples of liberalism says, Smriti Irani

केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने आज कहा कि आरएसएस से संबद्ध सप्ताहिक पत्रिकाएं, ‘ऑर्गेनाइजर’ और ‘पांचजन्य’ ‘उदारवाद का स्वर्णिम’ उदाहरण हैं

नयी दिल्ली। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने आज कहा कि आरएसएस से संबद्ध सप्ताहिक पत्रिकाएं, ‘ऑर्गेनाइजर’ और ‘पांचजन्य’ ‘उदारवाद का स्वर्णिम’ उदाहरण हैं क्योंकि उन्होंने राम मनोहर लोहिया और वसंत साठे जैसे नेताओं के विचारों को जगह दी जो संघ की विचारधारा के आलोचक थे। दोनों पत्रिकाओं के 70 वर्ष पूरे होने के मौके पर एक कार्यक्रम में ईरानी ने आरएसएस और भाजपा के लंबे सफर का जिक्र किया।

उन्होंने कहा कि युवा पीढ़ी को यह बताना महत्वपूर्ण है कि राम मनोहर लोहिया, केएम मुंशी और वसंत साठे ने भी इन प्रकाशनों में लिखा है। उन्होंने कहा, ‘70 साल पहले किसने यह सोचा होगा कि नेहरू मेमोरियल में ऑर्गेनाइजर का एक कार्यक्रम होगा और सूचना एवं प्रसारण मंत्री मौजूद होंगी।’ ईरानी ने कहा कि ऑर्गेनाइजर के संपादक प्रफुल्ल केतकर जेएनयू के पूर्व छात्र थे जिसे वामपंथी विचारधारा का गढ़ माना जाता है।

 

उन्होंने कहा कि, ‘क्या किसी ने कभी सोचा था कि जेएनयू का एक छात्र एक दिन ऑर्गेनाइजर का संपादक बनेगा।’ दोनों पत्रिकाओं के काम की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि पिछले 70 वर्षों में इन दोनों ने कलम की असली ताकत दिखाई है। सूचना एवं प्रसारण मंत्री ने बड़े पैमाने पर लोगों तक पहुंचने के लिए दोनों प्रकाशनों को डिजीटल प्लेटफॉर्म की संभावनाएं तलाशने का भी सुझाव दिया।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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