सारदा मामला: ईडी ने नलिनी चिदंबरम को समन भेजा

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सारदा चिट फंट घोटाला मामले में धनशोधन संबंधी अपनी जांच के तहत पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम की पत्नी नलिनी चिदंबरम को समन भेजा है। अधिकारियों ने बताया कि नलिनी को अगले महीने के शुरू में मामले के जांच अधिकारी के समक्ष कोलकाता में उपस्थित होने के लिए कहा गया है जहां धनशोधन रोकथाम कानून के प्रावधानों के तहत उनका बयान दर्ज किये जाने की उम्मीद है।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि उच्चतम न्यायालय की वकील नलिनी से संबंधित विशेष मामला सारदा समूह द्वारा उन्हें कानूनी शुल्क का भुगतान किए जाने से जुड़ा है। सूत्रों ने बताया कि यह 1.26 करोड़ रूपये की राशि से जुड़ा मुद्दा है और प्रवर्तन निदेशालय सारदा कपंनी के खातों से उन्हें हुए धन के प्रवाह और संबंधित अनुबंध के बारे में जानना चाहता है। इस सिलसिले में उनसे पहले भी ईडी और सीबीआई द्वारा पूछताछ की जा चुकी है। हालांकि, सूत्रों ने दावा किया कि उन्हें ‘नये साक्ष्यों के प्रकाश’ में आने पर फिर समन जारी किया गया है।
इस समय जेल में बंद सारदा समूह के अध्यक्ष सुदीप्त सेन ने नलिनी को वकील के रूप में रखे जाने का उल्लेख किया था। उन्होंने बताया था कि कांग्रेस नेता मतंग सिंह से अलग हुई उनकी पत्नी मनोरंजना सिंह के आग्रह पर नलिनी को वकील के रूप में रखा गया था। नलिनी ने मनोरंजना का प्रतिनिधित्व किया और पूर्वोत्तर में समूह द्वारा एक टीवी चैनल हासिल करने की योजना के सिलसिले में सेन के साथ उनकी बातचीत में उनसे पेशेवर सलाह देने को कहा गया। समझा जाता है कि नलिनी ने उन्हें सलाह दी थी कि 42 करोड़ रूपये लगाकर समूह को टीवी चैनल हासिल करने की तरफ कदम नहीं बढ़ाना चाहिए। ईडी ने इस साल की शुरूआत में कोलकाता की एक विशेष पीएमएलए अदालत में इस मामले में एक आरोपपत्र दायर किया था और वह भविष्य में भी इसी तरह के और आरोपपत्र दायर करने की दिशा में काम कर रहा है।
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