शरद पवार बोले, ऐलगार परिषद मामले में फडणवीस सरकार ने पुलिस का किया दुरुपयोग
पवार ने बताया कि केन्द्र ने मामले की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी को सौंप दी क्योंकि उन्हें डर था कि सच्चाई बाहर आ जाएगी। उन्होंने कहा कि ऐलगार परिषद के कार्यकर्ताओं को आक्रामक कहा जा सकता है, लेकिन उन्हें राजद्रोही नहीं कह सकते।
मुंबई। राकांपा प्रमुख शरद पवार ने मंगलवार को दावा किया कि महाराष्ट्र की पूर्ववर्ती देवेन्द्र फडणवीस सरकार ने ऐलगार परिषद वाले मामले में पुलिस मशीनरी का दुरुपयोग किया है। पूर्व केन्द्रीय मंत्री ने यह भी कहा कि ऐलगार परिषद मामला और एक जनवरी, 2018 मेंपुणे जिले के कोरेगांव-भीमा की घटना, दोनों अलग-अलग मामले हैं।
एल्गार परिषदेनिमित्त जमलेल्या लोकांनी एक शपथ घेतली होती. मी देशाच्या संविधानाचे व लोकशाहीचे संरक्षण करेन. मी स्वतःला कोणत्याही परिस्थितीत आर्थिक व वैचारिकरीत्या विकणार नाही, मी संविधानाला विरोध असणाऱ्या कोणत्याही संघटनेला मदत करणार नाही, अशी ही शपथ होती. अशी माणसे देशद्रोही कशी? pic.twitter.com/kPE1sRN4O4
— Sharad Pawar (@PawarSpeaks) February 18, 2020
यहां संवाददाताओं से बातचीत में पवार ने कहा कि फडणवीस नीत भाजपा सरकार और पुणे पुलिस ने ऐलगार परिषद मामले में अपने अधिकारों का दुरुपयोग किया। उन्होंने इस मामले में पुणे पुलिस के व्यवहार और फडणवीस नीत सरकार द्वारा अधिकारों के दुरुपयोग की जांच के लिए एसआईटी के गठन की मांग की।
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पवार ने बताया कि केन्द्र ने मामले की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी को सौंप दी क्योंकि उन्हें डर था कि सच्चाई बाहर आ जाएगी। उन्होंने कहा कि ऐलगार परिषद के कार्यकर्ताओं को आक्रामक कहा जा सकता है, लेकिन उन्हें राजद्रोही नहीं कह सकते। पवार ने कहा कि कोरेगांव-भीमा हिंसा हिन्दूत्व कार्यकर्ताओं मिलिंद एकबोटे और सम्भाजी भिडे द्वारा पैदा किए गए ‘‘अलग माहौल’’ का नजीता था।
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