शरद पवार ने राजनीति की नयी भाषा पर अपनी असहमति प्रकट की

Sharad Pawar

शरद पवार के करीब समझे जाने वाले संजय राउत ने चार सितंबर को एक कार्यक्रम में कहा था कि शिवसेना पीठ में छूरा नहीं घोंपती है, वह सामने से वार करती है और दुश्मन की आंतें निकाल लेती है।

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रमुख शरद पवार ने शनिवार कोराजनीति में ‘विमर्श के नये प्रकार’ को लेकर अपनी असहमति जतायी।

शिवसेना के सांसद संजय राउत ने हाल में आलंकारिक रूप से मराठी शब्द ‘कोठाला’ (आंत) का इस्तेमाल किया था। उन्होंने ‘पीठ में छूरा घोंपने’ के भाजपा के आरोप का खंडन करते हुए ऐसा कहा था।

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) शिवसेना की सहयोगी रह चुकी है। पवार ने उपनगर गोरेगांव में दिवंगत समाजवादी नेता मृणाल गोरे के नाम पर एक कलावीथिका का उद्घाटन करने के बाद कहा, ‘‘ जब मृणाल ताई महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष की नेता होती थीं तब मैंने उनकी कड़ी आलोचना का सामना किया। लेकिन सत्र के समापन के बाद हम अपने मतभेदों को दरकिनार कर देते थे। हम राज्य के कल्याण से जुड़े मुद्दों पर आपस में चर्चा करते थे।’’

उन्होंने कहा, ‘‘ उन दिनों कोई कोठाला जैसे शब्द का इस्तेमाल नहीं करता था। आजकलएक भिन्न प्रकार का विमर्श नजर रहा है।’’ पवार के करीब समझे जाने वाले राउत ने चार सितंबर को एक कार्यक्रम में कहा था कि शिवसेना पीठ में छूरा नहीं घोंपती है, वह सामने से वार करती है और दुश्मन की आंतें निकाल लेती है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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