सिद्धारमैया सरकार भ्रष्ट, दुर्भावनापूर्ण और दमनकारी है: अमित शाह
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने राज्य की सिद्धारमैया सरकार को भ्रष्ट, दुर्भावनापूर्ण और दमनकारी बताते हुए लोगों से आगामी विधानसभा चुनाव में उसे उखाड़ फेंकने की अपील की।
मैसूर। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने राज्य की सिद्धारमैया सरकार को भ्रष्ट, दुर्भावनापूर्ण और दमनकारी बताते हुए लोगों से आगामी विधानसभा चुनाव में उसे उखाड़ फेंकने की अपील की। शाह ने यहां पार्टी की एक रैली को संबोधित करते हुए कांग्रेस पर आपातकाल की तरह ही व्यवहार करने का आरोप लगाया। उन्होंने महादयी जल नदी बंटवारा के मुद्दे पर गोवा के साथ राज्य के विवाद को लेकर आज एक राज्यवापी बंद का समर्थन करने में कांग्रेस की भूमिका को लेकर उसे आडे़ हाथ लिया।
प्रदेश भाजपा की परिवर्तन यात्रा के तहत शाह की रैली कन्नड़ समर्थक संगठनों द्वारा किए गए बंद के आह्वान के बीच हुई। ये संगठन महादयी नदी जल बंटवारा के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से हस्तक्षेप की मांग कर रहे हैं। कन्नड़ समर्थक संगठनों ने चार फरवरी को भी बेंगलुरू बंद का आह्वान किया है, जब मोदी यहां एक रैली को संबोधित करने वाले हैं। बंद के इस आह्वान को भाजपा राजनीति से प्रेरित होने के तौर पर देख रही है, जो प्रधानमंत्री और भाजपा प्रमुख के दौरे के समय की जा रही है।
शाह ने कहा कि कांग्रेस अब भी वैसा व्यवहार कर रही है, जैसा इसने आपातकाल के दौरान समर्थकों को रोकने के लिए पुलिस को तैनात कर किया था। साथ ही वह महादयी बंद का आयोजन मेरे और प्रधानमंत्री के परिवर्तन यात्रा संबोधन के समय कर रही है। उन्होंने कहा कि इन हताश कोशिशों के बावजूद कांग्रेस और सिद्धारमैया भाजपा को राज्य में सरकार गठन करने से रोकने में सफल नहीं होंगे क्योंकि कर्नाटक के लोगों ने बदलाव का फैसला कर लिया है। भाजपा सूत्रों ने दावा किया कि बंद के आह्वान को नजरअंदाज करते हुए शाह की रैली में करीब 50,000 लोग शरीक हुए।
उन्होंने कहा, ‘‘बसें रोकी गयीं , बंद का आह्वान किया गया, चार फरवरी को मोदी की रैली को रोकने की कोशिशें की जा रही हैं , लेकिन मुझे महान कर्नाटक के लोगों पर भरोसा है। ’’
शाह ने कहा चार फरवरी को मोदी की रैली में पहुंचने वाले लोगों की संख्या से अप्रैल - मई में होने वाले चुनाव में भाजपा की जीत स्पष्ट हो जाएगी।
उन्होंने कहा, ‘‘मैसूर की इस धरती से, चामुंडेश्वरी देवी की धरती से, कर्नाटक के लोगों को मेरी सिर्फ यह अपील है कि वे भ्रष्टाचारी, दुर्भावनापूर्ण और दमनकारी सिद्धारमैया सरकार को जड़ से उखाड़ फेंके। उन्होंने सिद्धारमैया सरकार पर वोट की खातिर तुष्टिकरण की राजनीति में संलिप्त होने का आरोप लगाया । उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने तुष्टिकरण की राजनीति के चलते तीन तलाक विधेयक का विरोध किया। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार और प्रधानमंत्री मुस्लिम बहनों और माताओं को न्याय दिलाने के लिए यह विधेयक पारित कराने के लिए प्रतिबद्ध है।
शाह ने कहा कि चार साल में भाजपा और आरएसएस के 20 से अधिक कार्यकर्ता मारे गए हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मैं सिद्धारमैया सरकार और इसके सभी सहयोगियों से कहना चाहुंगा कि हमारे 20 कार्यकर्ताओं की शहादत बेकार नहीं जाएगी। जब भाजपा की सरकार बनेगी, उनके हत्यारे जहां कहीं छिपे होंगे उन्हें ढूंढ निकाला जाएगा और जेल में डाल दिया जाएगा। ’’
शाह ने मैसूर के 18 वीं सदी के शासक टीपू सुल्तान की जयंती मनाने के सिद्धारमैया सरकार के फैसले को लेकर भी उसकी आलोचना की।
उन्होंने कहा, ‘‘क्या यहां आपमें से किसी की कलाई पर 70 लाख रूपये की घड़ी है? आपके मुख्यमंत्री 70 लाख रूपये मूल्य की घड़ी पहनते हैं। शाह ने कहा कि कर्नाटक में पिछले पांच साल में 3500 से अधिक किसानों ने आत्महत्या की है।
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