सिक्किम सरकार महिला कर्मियों को नवजातों की देखभाल के लिए सहायक उपलब्ध कराएगी

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सिक्किम में प्रजनन दर को बढ़ावा देने के लिए, मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग ने कहा कि महिला सरकारी कर्मचारियों को उनके नवजात बच्चों की देखभाल के लिए निशुल्क सहायक उपलब्ध कराए जाएंगे।

गंगटोक। सिक्किम में प्रजनन दर को बढ़ावा देने के लिए, मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग ने कहा कि महिला सरकारी कर्मचारियों को उनके नवजात बच्चों की देखभाल के लिए निशुल्क सहायक उपलब्ध कराए जाएंगे। राज्य की राजधानी के पास सरमसा गार्डन में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए तमांग ने कहा कि उनकी सरकार ने प्रस्ताव दिया है कि 40 साल या इससे अधिक उम्र की महिलाओं को भर्ती किया जाए जिन्हें महिला सरकारी कर्मचारियों के घरों पर एक साल के लिए उनके नवजात बच्चों की देखभाल के लिए तैनात किया जाए।

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तमांग ने कहा, “ सिक्किम में स्थानीय मूल आबादी में प्रजनन की कम दर चिंता का गंभीर मामला है.... हमें इस प्रक्रिया को बदलने के लिए वह सबकुछ करना चाहिए जो हमारे बस में है।” मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार महिला कर्मचारियों की इस चिंता से वाकिफ है कि अगर वे मां बनने का फैसला करती हैं तो उनके नवजातों की देखभाल कौन करेगा।

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उन्होंने कहा कि महिला सरकारी कर्मचारियों के घर पर उनके नवजात बच्चों की देखभाल के लिए महिला सहायकों को तैनात करने से उनकी चिंता का निदान होगा और वे अब मातृत्व की अपनी इच्छा को पूरा करने के लिए उत्सुक होंगी। तमांग ने कहा कि महिला देखभाल सहायक को प्रति माह 10,000 रुपये का पारिश्रमिक दिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि आम लोग भी कई बच्चे पैदा करने के लिए वित्तीय सहायता के पात्र होंगे, जिसका विवरण स्वास्थ्य और महिला एवं बाल देखभाल विभागों द्वारा तैयार किया जाएगा।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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