Maharashtra की राजनीति में कुछ बड़ा होने वाला है, फिर से मुख्यमंत्री बन सकते हैं देवेंद्र फडणवीस!

सूत्रों ने कहा कि बीजेपी द्वारा कराए गए एक रेंडम सर्वे में अनुमान लगाया गया था कि भगवा पार्टी लोकसभा चुनाव 2024 में 48 में से केवल 22 से 25 सीटें ही जीत पाएगी। शिंदे एंड कंपनी को लेने से बीजेपी को कोई फायदा होता नहीं दिख रहा है।
महाराष्ट्र की राजनीति में बहुत कुछ बड़ा पकता दिख रहा है। लेकिन क्या पक रहा, इसका सही अंदाजा अभी तक कोई लगा नहीं पा रहा। दावा किया जा रहा है कि सत्तारूढ़ गठबंधन- एनडीए में एक बड़ा बदलाव दिखाई दे सकता है। सूत्रों के मुताबिक, महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और सीएम एकनाथ शिंदे अपने पद की अदला-बदली कर सकते हैं। भाजपा 10 मई को होने वाले कर्नाटक विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद कोई बड़ा कदम उठा सकती है। भाजपा के इस चाल में अजित पवार भी एक अहम फैक्टर साबित हो सकते हैं। सूत्रों ने कहा कि अजित पवार और उनके समर्थक बीजेपी सरकार में शामिल हो सकते हैं। अगर ऐसा होता है, तो राज्य में दो डिप्टी सीएम- अजीत पवार और शिंदे होंगे।
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सूत्रों ने कहा कि बीजेपी द्वारा कराए गए एक रेंडम सर्वे में अनुमान लगाया गया था कि भगवा पार्टी लोकसभा चुनाव 2024 में 48 में से केवल 22 से 25 सीटें ही जीत पाएगी। शिंदे एंड कंपनी को लेने से बीजेपी को कोई फायदा होता नहीं दिख रहा है। ऐसे में भाजपा अपनी ताकत को बढ़ाने के लिए ड्राइवर की सीट पर बैठना चाहती है। सूत्रों का तो यह भी दावा है कि शिंदे की कार्यशैली को लेकर भाजपा के मंत्रियों और नेताओं में नाराजगी बढ़ रही है और कथित तौर पर मुख्यमंत्री कई फाइलों को मंजूरी नहीं दे रहे हैं। भाजपा की राज्य इकाई ने आलाकमान को सूचित किया लेकिन राज्य नेतृत्व को कर्नाटक चुनाव तक इंतजार करने के लिए कहा गया।
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आपको बता दें कि हाल के दिनों में इस बात की चर्चा जोरों पर है कि अजित पवार भाजपा में शामिल होंगे। हालांकि, अजित पवार ने मीडिया में आकर साफ तौर पर कहा कि वह अंतिम सांस तक एनसीपी में बने रहेंगे। लेकिन, उनके इस बयान के बाद भी यह चर्चा शांत नहीं हुई है। इससे पहले शिवसेना में टकराव के बाद एकनाथ शिंदे लगभग 40 से ज्यादा विधायकों के साथ उद्धव ठाकरे के खिलाफ बगावत कर बैठे। इसके बाद उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाले महा विकास आघाडी की सरकार गिर गई। भाजपा के समर्थन से एकनाथ शिंदे मुख्यमंत्री बने। वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता देवेंद्र फडणवीस को उपमुख्यमंत्री पद से संतुष्ट होना पड़ा।
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