Sonam Wangchuk गिरफ्तार, लेह हिंसा के बाद NGO का लाइसेंस रद्द होने पर सरकार को दी थी वॉर्निंग

केंद्र शासित प्रदेश को राज्य का दर्जा देने की मांग कर रहे प्रदर्शनकारियों को कथित तौर पर उकसाने के आरोप में उन पर कड़े राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) के तहत आरोप लगाए गए।
लेह में शांतिपूर्ण बंद के हिंसक हो जाने के कुछ दिनों बाद जलवायु कार्यकर्ता सोनम वांगचुक को शुक्रवार को गिरफ़्तार कर लिया गया और केंद्र शासित प्रदेश को राज्य का दर्जा देने की मांग कर रहे प्रदर्शनकारियों को कथित तौर पर उकसाने के आरोप में उन पर कड़े राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) के तहत आरोप लगाए गए।
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यह गिरफ़्तारी वांगचुक के एनजीओ को एफसीआरए के तहत विदेशी धन प्राप्त करने से रोक दिए जाने के बाद हुई है। गृह मंत्रालय ने मंगलवार को लेह में भीड़ को उकसाने के लिए उन्हें ज़िम्मेदार ठहराया था। उन्होंने अपने भाषण में अरब स्प्रिंग और नेपाल के जेनरेशन ज़ेड विरोध प्रदर्शनों का ज़िक्र किया था। इसके बाद प्रदर्शनकारियों ने पुलिस और सुरक्षा बलों के साथ झड़प करते हुए कई वाहनों और सरकारी इमारतों में आग लगा दी। राजधानी लेह में बंद के दौरान हुए इस उपद्रव में चार लोगों की मौत हो गई और 70 से ज़्यादा लोग घायल हो गए।
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