पंजाब में दिखा खालिस्तान से जुड़ा स्टीकर! बोले पूर्व डिप्टी सीएम- मामले को गंभीरता से लें भगवंत मान
अब एक बार फिर से खालिस्तान का मुद्दा जोर पकड़ता दिखाई दे रहा है। दरअसल, मंगलवार को राज्य में कई जगहों पर खालिस्तान से जुड़े पोस्टर देखने को मिले हैं। खुद पंजाब के पूर्व उप मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता सुखजिंदर सिंह रंधावा ने ट्वीट कर इस बात का दावा किया है।
पंजाब में विधानसभा चुनाव संपन्न हो चुके हैं। नई सरकार का गठन भी हो चुका है और भगवंत मान ने मुख्यमंत्री पद की शपथ भी ले ली है। हालांकि एक बार फिर से पंजाब में खालिस्तान का मुद्दा जोर पकड़ता दिखाई दे रहा है। चुनाव से पहले पंजाब में खालिस्तान का मुद्दा उठा जरूर था। हालांकि धीरे-धीरे यह नरम पड़ गया था। अब एक बार फिर से खालिस्तान का मुद्दा जोर पकड़ता दिखाई दे रहा है। दरअसल, मंगलवार को राज्य में कई जगहों पर खालिस्तान से जुड़े पोस्टर देखने को मिले हैं। खुद पंजाब के पूर्व उप मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता सुखजिंदर सिंह रंधावा ने ट्वीट कर इस बात का दावा किया है।
इतना ही नहीं, अपने ट्वीट में सुखजिंदर सिंह रंधावा ने लिखा कि पंजाब का माहौल खराब करने की कोशिश की जा रही है और इसे मुख्यमंत्री भगवंत मान को गंभीरता से लेने की आवश्यकता है। सुखजिंदर सिंह रंधावा ने एक फोटो ट्वीट कर लिखा कि चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे पर खालिस्तानी स्टिकर लगाकर और झूठे बयान देकर पंजाब और पड़ोसी राज्यों के बीच माहौल खराब करने का प्रयास चिंता का विषय है। इसके साथ ही उन्होंने लिखा कि भगवंत मान जी इस मामले को गंभीरता से लें और जल्द से जल्द सख्त कार्रवाई करें। चुनाव से पहले पंजाब में खालिस्तान मुद्दे पर खूब बातचीत हुई थी। आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर खालिस्तान समर्थक नेताओं के संपर्क में रहने का भी आरोप लगा था।Attempts to spoil the atmosphere between Punjab and neighboring states by putting Khalistani stickers on the Chandigarh-Manali NH & making false statements are matter of concern.Appeal to the @BhagwantMann ji to take this issue seriously & take strict action as soon as possible pic.twitter.com/If1XWRRmBE
— Sukhjinder Singh Randhawa (@Sukhjinder_INC) March 29, 2022
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कुल मिलाकर देखें तो पंजाब में आने वाले दिनों में यह मुद्दा काफी गर्म हो सकता है। विपक्ष इसी बहाने अरविंद केजरीवाल पर हमलावर हो सकता है और साथ ही साथ भगवंत मान पर भी इस चुनौती से निपटने के लिए दबाव बन सकता है। समय-समय पर पंजाब में खालिस्तान का मुद्दा उठता रहता है। किसान आंदोलन के दौरान भी खालिस्तान का मुद्दा जोर-शोर से उठा था। फिलहाल पंजाब में नई सरकार लगातार कई बड़े ऐलान कर रही है और विकास के दावे कर रही है। देखना दिलचस्प होगा कि भगवंत मान इन तमाम मुद्दों से कैसे निपटते हैं।
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