सरकार कन्नड समर्थक, संगठन बंद वापस लें: बीएस येदियुरप्पा

राज्य में कन्नड भाषी लोगों को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के विषय पर विचार करने के लिए पूर्व केंद्रीय मंत्री सरोजनी महिषी के नेतृत्व में समिति 1984 में गठित की गई थी जिसने दो साल बाद अपनी रिपोर्ट सौंप दी थी।
बेंगलुरु। कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने बुधवार को कहा कि उनकी सरकार कन्नड समर्थक है। इसके साथ ही उन्होंने कई संगठनों द्वारा गुरुवार को बुलाया गया राज्यव्यापी बंद वापस लेने की अपील की। उल्लेखनीय है कि राज्य में कन्नड भाषियों को और रोजगार मुहैया कराने के उद्देश्य से आई ‘‘सरोजनी महिषी रिपोर्ट’’ लागू करने की मांग को लेकर कई संगठनों ने गुरुवार को राज्यव्यापी बंद का आह्वान किया है।
Mangaluru: Stones pelted on a Tirupati-Mangaluru bus in Farangipet. Several pro-Kannada groups have called for Karnataka bandh today demanding implementation of Sarojini Mahishi report which recommended certain percentage of jobs to Kannadigas in private&public sector companies pic.twitter.com/mPJXUXJTR5
— ANI (@ANI) February 13, 2020
येदियुरप्पा ने संगठनों से प्रदर्शन वापस लेने का अनुरोध करते हुए अपील की कि प्रदर्शनकारी आम लोगों के लिए असुविधा पैदा नहीं करें। मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘ जो लोग प्रदर्शन कर रहे हैं अगर वे मुझसे बात करना चाहते हैं तो मैं हमेशा इसके लिए उपलब्ध हूं। हमने पहले ही, जहां तक संभव था रिपोर्ट लागू करने के लिए कई कदम उठाए हैं, और क्या हो सकता है इसपर उनसे (प्रदर्शनकारियों) बातचीत को तैयार हूं।’’उन्होंने पत्रकारों से कहा कि बंद बुलाकर लोगों को असुविधा पहुंचाने की कोई जरूरत नहीं है।
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कन्नड एवं संस्कृति मंत्री सीटी रवि ने कहा कि सरकार ने सरोजनी महिषी रिपोर्ट लागू करने की प्रतिबद्धता दिखाई है और पहले ही सरकारी क्षेत्र में लागू कर चुकी है। उन्होंने कहा कि निजी क्षेत्र में हम इसे चरणबद्ध तरीके से लागू करने का प्रयास कर रहे हैं। उल्लेखनीय है कि राज्य में कन्नड भाषी लोगों को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के विषय पर विचार करने के लिए पूर्व केंद्रीय मंत्री सरोजनी महिषी के नेतृत्व में समिति 1984 में गठित की गई थी जिसने दो साल बाद अपनी रिपोर्ट सौंप दी थी।
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