बिहार में तेजस्वी को मात देंगे तेजस्वी, भाजपा के लिए जमकर रहे हैं प्रचार

बड़ी जिम्मेदारी मिलने के बाद तेजस्वी सूर्या को बिहार में युवाओं को साधना है। बिहार में सबसे बड़ा मुद्दा युवाओं के रोजगार का है। यहां से लाखों युवा रोजगार के लिए अन्य प्रदेशों में जाते हैं। ऐसे में उनके मन में यहां के सरकार के लिए उदासीनता रहती है।
बिहार में चुनावी शंखनाद हो चुका है। सभी राजनीतिक दल वोटरों को आकर्षित करने के लिए जोर आजमाइश कर रहे है। इसी कड़ी में हाल ही में भारतीय जनता पार्टी के युवा मोर्चा का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाए गए तेजस्वी सूर्या बिहार पहुंचे। वह लगातार युवाओं से जनसंवाद कर रहे हैं और विपक्ष पर हमला बोल रहे हैं। राहुल गांधी और तेजस्वी यादव पर हमला करते हुए तेजस्वी सूर्या ने कहा कि उनको रोजगार और बेरोजगारी पर बात करने का नैतिक अधिकार ही नहीं है। उन्होंने कहा कि युवराजों और राजकुमारों को केवल अपनी राजनीतिक बेरोजगारी का ही दर्द है। उन्होंने कहा कि वे बेरोजगारी की बात नरेंद्र मोदी के आने के बाद से कर रहे हैं क्योंकि भारत में जो युवराज थे वह बेरोजगार हो चुके हैं।
आरजेडी पर हमला बोलते हुए तेजस्वी ने कहा कि 15 सालों तक उनके शासन के बावजूद बिहार में बिजली नहीं रही क्योंकि उनका चुनाव चिन्ह ही लालटेन था। उन्होंने कहा कि 21वीं सदी में इंफ्रास्ट्रक्चर और डिजिटल इंडिया की बात हो रही है, एग्रो इंडस्ट्री की बात हो रही है, लोकल फॉर वोकल की बात हो रही है। ऐसे में युवा लालटेन युग में नहीं फंसेंगे। तेजस्वी सूर्या बिहार में लगातार चुनाव प्रचार कर रहे हैं। आत्मनिर्भर भारत के बाद आत्मनिर्भर बिहार के नारे भी दे रहे हैं और वह युवाओं को जोड़ने की बात कर रहे हैं और विपक्ष पर जमकर प्रहार कर रहे हैं। तेजस्वी सूर्या पटना में जयप्रकाश भवन भी पहुंचे। वहां उन्होंने जयप्रकाश नारायण से संबंधित चीजों का मुआयना भी किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि आज लोकनायक जयप्रकाश नारायण के निवास, जो सम्पूर्ण क्रांति का मंदिर हैं, जाने का सौभाग्य मिला। आज भारत में लोकनायक के लोकतांत्रिक आदर्शों पर चलने वाली एकमात्र पार्टी भाजपा ही हैं। जे.पी का नाम लेने वाले विपक्षी दल सिर्फ़ एक परिवार की दुकान बन कर रह गए हैं। लोक नायक को मेरा प्रणाम।For any young political activist, Bihar is a great learning experience
— Tejasvi Surya (@Tejasvi_Surya) September 29, 2020
Lessons that one can learn from interacting with grassroots activists is unmatched
- लिट्टी चोखा & Late night baitak with dedicated @BJYM Vaishali workers pic.twitter.com/wcNbBQuQE5
इसे भी पढ़ें: बिहार में सीटों की पेशकश से लोजपा नाखुश, कर रही अगले कदमों पर विचार
अपने बिहार दौरे के दौरान तेजस्वी सूर्या राज्य के अलग-अलग जिलों में गए और जनसंवाद किया। वे लोगों से मिलते रहे और नरेंद्र मोदी सरकार की उपलब्धियां भी बताई। तेजस्वी सूर्या का ज्यादातर ध्यान युवाओं के रोजगार पर था। उन्होंने तेजस्वी पर कटाक्ष करते हुए यह भी पूछा कि आपको जब सत्ता में सुख भोगने का मौका मिला तब आपने कितना रोजगार दिया। उन्होंने यह भी कहा कि आरजेडी और कांग्रेस इसलिए गठबंधन है क्योंकि दोनों पार्टी के युवराज आज बेल पर है। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार 21वीं सदी के युवाओं के लिए विकास और समाज कल्याण के लिए प्रतिबद्ध हैं।
इसे भी पढ़ें: गृहमंत्री अनिल देशमुख बोले, बिहार चुनाव में फायदा लेने के लिए महाराष्ट्र को बदनाम किया गया
बड़ी जिम्मेदारी मिलने के बाद तेजस्वी सूर्या को बिहार में युवाओं को साधना है। बिहार में सबसे बड़ा मुद्दा युवाओं के रोजगार का है। यहां से लाखों युवा रोजगार के लिए अन्य प्रदेशों में जाते हैं। ऐसे में उनके मन में यहां के सरकार के लिए उदासीनता रहती है। नीतीश कुमार 15 सालों से बिहार में मुख्यमंत्री हैं। ऐसे में उन्हें एंटी इनकंबेंसी का भी सामना करना पड़ेगा। भाजपा युवाओं को लामबंद करने के लिए तेजस्वी सूर्या का सहारा ले रही है। अब देखना होगा कि तेजस्वी सूर्या भाजपा के लिए बिहार में क्या कुछ कर पाते हैं। हालांकि एक बात तो सच है कि तेजस्वी सूर्य अब देश भर में लोकप्रिय हो रहे हैं। उनकी लोकप्रियता में लगातार इजाफा हो रहा है। ऐसे में बिहार में उनके चुनाव प्रचार का लाभ भाजपा को जरूर हो सकता है।
अन्य न्यूज़













