अनंतनाग में चेहरा पहचानने की प्रणाली की मदद से आतंकियों का सहयोगी पकड़ा गया

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अधिकारी ने बताया कि इन कदमों के तहत, यात्रा मार्ग पर प्रमुख चौकी लंगनबल नाके पर उच्च-क्षमता के चार कैमरों से युक्त एक ‘फेशियल रिकॉग्निशन सिस्टम’ (एफआरएस) स्थापित किया गया है।

जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले में वार्षिक अमरनाथ यात्रा से पहले चेहरों की पहचान करने वाली प्रणाली लगाई गई है जिसकी मदद से आतंकवादियों के एक सक्रिय सहयोगी को पकड़ा गया है। पुलिस ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।

पुलिस ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘अनंतनाग पुलिस ने लंगनबल नाके पर हाल में चेहरों की पहचान करने वाली प्रणाली लगाई है। इस प्रणाली द्वारा चिह्नित एक संदिग्ध आतंकीवादियों के सहयोगी को पकड़ा गया है।’’ पुलिस ने बताया कि व्यक्ति हिरासत में है तथा जांच जारी है।

इसने कहा, ‘‘अमरनाथ यात्रा 2025 की सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है।’’ इस संबंध में एक अधिकारी ने बताया कि तीन जुलाई से शुरू होने वाली अमरनाथ यात्रा से पहले पुलिस ने सुरक्षा उपाय बढ़ा दिए हैं।

अधिकारी ने बताया कि इन कदमों के तहत, यात्रा मार्ग पर प्रमुख चौकी लंगनबल नाके पर उच्च-क्षमता के चार कैमरों से युक्त एक ‘फेशियल रिकॉग्निशन सिस्टम’ (एफआरएस) स्थापित किया गया है।

उन्होंने कहा, ‘‘आज, नवस्थापित एफआरएस का उपयोग करते हुए नियमित निगरानी के दौरान, प्रणाली ने एक संदिग्ध व्यक्ति को सफलतापूर्वक चिह्नित किया, जिसका चेहरा सुरक्षा डेटाबेस में प्रविष्टियों से मेल खाता था।

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