जी-23 के नेताओं की पूरी हुई मांग, कमलनाथ बोले- 3 महीनों में होंगे अध्यक्ष पद के चुनाव

Kamal Nath
प्रतिरूप फोटो

पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि जी23 के लोग मेरे बहुत करीबी हैं, वे सालों से मेरे मित्र और सहयोगी रहे हैं। उनकी ऐसी कोई भी मांग नहीं थी, जो पूरी नहीं हो सकती थी। उनकी मांगों को स्वीकार कर लिया गया हैं। जी-23 के लोग चुनाव चाहते थे, 3 महीने में चुनाव होंगे, सबकुछ आप लोगों के सामने होगा।

नयी दिल्ली। पांच राज्यों में संपन्न हुए विधानसभा चुनाव के बाद से ग्रैंड ओल्ड पार्टी कांग्रेस के भीतर घमासान मचा हुआ है और जी-23 के नेता भी काफी चिंतित हैं। इसी बीच मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि जी-23 के साथियों की मांगों को मान लिया गया है और 3 महीने में चुनाव होंगे। 

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3 महीने में होंगे संगठनात्मक चुनाव

समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि जी23 के लोग मेरे बहुत करीबी हैं, वे सालों से मेरे मित्र और सहयोगी रहे हैं। उनकी ऐसी कोई भी मांग नहीं थी, जो पूरी नहीं हो सकती थी। उनकी मांगों को स्वीकार कर लिया गया हैं। जी-23 के लोग चुनाव चाहते थे और 3 महीने में चुनाव होंगे, सबकुछ आप लोगों के सामने होगा।

कौन हैं जी-23 के नेता?

जी-23 कोई अलग समूह नहीं है बल्कि यह लोग कांग्रेस पार्टी के ही सदस्य हैं। दरअसल, गुलाम नबी आजाद समेत कांग्रेस के 23 नेताओं ने नेतृत्व के प्रति असंतोष जताते हुए पार्टी की अंतरिम अध्यक्षा सोनिया गांधी को पत्र लिखा था। जिसके बाद इन्हें जी-23 के नाम से पुकारा जाने लगा। गुलाम नबी आजाद जी-23 के अगुआ बनकर उभरे थे।

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जी-23 नेताओं में गुलाम नबी आजाद के अलावा कपिल सिब्बल, शशि थरूर, मनीष तिवारी, आनंद शर्मा, पीजे कुरियन, रेणुका चौधरी, मिलिंद देवड़ा, मुकुल वासनिक, जितिन प्रसाद, भूपेंद्र सिंह हुड्डा और राजेंद्र कौर भट्टल शामिल हैं। हालांकि जितिन प्रसाद ने कांग्रेस को अलविदा कहते हुए भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली थी।

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