यह सत्र जीएसटी की सुगंध और उमंग लिये हुए हैः मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज संसद के मानसून सत्र से पहले उम्मीद जताई की यह सत्र विधायी कामकाज के लिहाज से उपयोगी साबित होगा। उन्होंने कहा कि यह सत्र जीएसटी की सुगंध और उमंग लिये हुए है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज संसद के मानसून सत्र से पहले उम्मीद जताई की यह सत्र विधायी कामकाज के लिहाज से उपयोगी साबित होगा। प्रधानमंत्री ने उम्मीद जताई कि जीएसटी की सफल ‘बारिशें’ मानसून सत्र को वैसी ही खुशबू से भर देंगी जैसी कि बरसात के बाद सूखी मिट्टी से सौंधी-सौंधी खुशबू आती है। प्रधानमंत्री ने कहा, 'जीएसटी की भावना का दूसरा नाम है 'एक साथ विकसित और मजबूत होना।' मुझे उम्मीद है कि मानसून सत्र जीएसटी की भावना के साथ चलेगा।'
संसद परिसर में संवाददाताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि जब सभी राज्य सरकारें और सभी राजनीतिक दल राष्ट्रहित में मिलकर काम करते हैं तो यह देश के अच्छा होता है। उन्होंने कहा कि यह सत्र जीएसटी की सुगंध और उमंग लिये हुए है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि यह सत्र इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि इसी सत्र के दौरान राष्ट्र जीवन में कई महत्वपूर्ण बातें होनी हैं। उन्होंने कहा कि इसी सत्र के दौरान देश को नये राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति मिलेंगे साथ ही इस साल 15 अगस्त को आजादी के सात दशक भी पूरे हो रहे हैं तथा 9 अगस्त को अगस्त क्रांति के 75 साल पूरे हो रहे हैं। उन्होंने किसानों को नमन करते हुए सभी दलों से आह्वान किया कि वह संसद में सार्थक चर्चा करें और विधायी कामकाज में सहयोग दें।
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