प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जीवन: सादगी भरा एवं राष्ट्र सेवा के लिए समर्पित- प्रो. भाग सिंह बोदला

Maharishi Valmiki Sanskrit University
PR

कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन और वैदिक मंत्रोच्चार के साथ हुआ, जिसने पूरे सभागार में एक सकारात्मक ऊर्जा का संचार किया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक प्रो. भाग सिंह बोदला मुख्य वक्ता रहे।

कैथल। माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 75वें जन्मदिवस के उपलक्ष्य में आयोजित ‘सेवा पखवाड़ा’ के अंतर्गत महर्षि वाल्मीकि संस्कृत विश्वविद्यालय के टीक परिसर में आज प्रातः 11:30 बजे एकदिवसीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। माननीय कुलपति प्रो. राजबीर सिंह के प्रेरणादायक मार्गदर्शन में आयोजित इस संगोष्ठी का मुख्य विषय 'माननीय प्रधानमंत्री का जीवन परिचय एवं उनके विचार' था, जिसने उपस्थित सभी लोगों को गहराई से प्रभावित किया।

कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन और वैदिक मंत्रोच्चार के साथ हुआ, जिसने पूरे सभागार में एक सकारात्मक ऊर्जा का संचार किया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक प्रो. भाग सिंह बोदला मुख्य वक्ता रहे। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के जीवन के विविध पहलुओं पर एक गहन और सारगर्भित व्याख्यान प्रस्तुत किया। उन्होंने मोदी जी के बचपन की सरलता से लेकर एक दूरदर्शी दार्शनिक और कुशल प्रशासक के रूप में उनकी यात्रा को विस्तार से समझाया। प्रो. बोदला ने विशेष रूप से इस बात पर जोर दिया कि कैसे मोदी जी ने अपने जीवन के हर कदम पर राष्ट्र सेवा और समर्पण को सर्वोपरि रखा। उनके शब्दों ने यह स्पष्ट किया कि मोदी जी का जीवन केवल राजनीतिक नहीं, बल्कि एक आध्यात्मिक और नैतिक यात्रा भी है, जो हर भारतीय को प्रेरित करती है।

संगोष्ठी की अध्यक्षता कर रहे विश्वविद्यालय के शैक्षणिक अधिष्ठाता एवं कुलसचिव प्रो. संजय गोयल ने कहा कि प्रधानमंत्री का जीवन और उनके विचार भारत के युवाओं के लिए हर परिस्थिति में प्रासंगिक एवं सबसे बडे़ प्रेरणा के स्रोत हैं। उन्होंने कहा कि मोदी जी ने हमें सिखाया है कि 'सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, और सबका प्रयास'। केवल एक नारा नहीं, बल्कि एक सशक्त और आत्मनिर्भर भारत के निर्माण का आधार है।" उन्होंने यह भी कहा कि इस तरह की संगोष्ठियां हमें अपने राष्ट्र के प्रति हमारे कर्तव्यों को समझने और उन्हें निभाने के लिए प्रेरित करती हैं।

कार्यक्रम का सफल संयोजन ज्योतिष विभाग के सहायक आचार्य डॉ. नवीन शर्मा ने किया। इस कार्यक्रम में साहित्य संस्कृति अधिष्ठाता डॉ. जगत नारायण, व्याकरण विभागाध्यक्ष डॉ. सुरेन्द्र पाल वत्स, हिन्दू अध्ययन विभागाध्यक्ष डॉ. कृष्ण चन्द्र पाण्डेय, ज्योतिष विभागाध्यक्ष डॉ. नरेश शर्मा, वेद विभागाध्यक्ष डॉ. अखिलेश कुमार मिश्र सहित सभी विभागों के वरिष्ठ प्राध्यापक, शोधार्थी एवं विद्यार्थी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। संगोष्ठी ने सभी को प्रधानमंत्री के जीवन और विचारों से जुड़ने का एक महत्वपूर्ण अवसर प्रदान किया।

All the updates here:

अन्य न्यूज़