TMC-Congress के बीच कम नहीं हो रहा तकरार, सुष्मिता देव ने साधा निशाना, पवन खेड़ा का पलटवार

khera and sushmita dev
ANI
अंकित सिंह । Mar 21 2023 7:11PM

सुष्मिता देव ने कहा किबंगाल की हर सीट पर कांग्रेस ने ममता बनर्जी के खिलाफ चुनाव लड़ा। फिर भी, वह राष्ट्रपति चुनाव में कांग्रेस के साथ थीं। लेकिन मेरा मानना ​​है कि कांग्रेस के भीतर भ्रम है।

कांग्रेस और तृणमुल कांग्रेस के बीच वार-पलटवार को दौर जारी है। तृणमुल कांग्रेस ने कांग्रेस के बगैर गठबंधन की कवायद शुरू कर दी है। ममता बनर्जी खुद कांग्रेस पर निशाना साध रही हैं। इन सब के बीच टीएमसी सांसद सुष्मिता देव ने बताया है कि आखिर उनकी पार्टी कांग्रेस पर इतनी हमलावर क्यों हैं। सुष्मिता देव ने कहा किबंगाल की हर सीट पर कांग्रेस ने ममता बनर्जी के खिलाफ चुनाव लड़ा। फिर भी, वह राष्ट्रपति चुनाव में कांग्रेस के साथ थीं। लेकिन मेरा मानना ​​है कि कांग्रेस के भीतर भ्रम है। उन्होंने कहा कि बंगाल कांग्रेस के नेताओं का कहना है कि ईडी राज्य में अच्छा काम कर रही है और नेशनल हेराल्ड मामले में ईडी की कार्रवाई का विरोध करती है। 

इसे भी पढ़ें: क्राउड फंडिंग के दुरुपयोग का मामला: TMC प्रवक्ता साकेत गोखले की जमानत याचिका पर SC ने गुजरात पुलिस को जारी किया नोटिस

सुष्मिता देव ने साफ तौर पर कहा कि एक राष्ट्रीय पार्टी को दोहरा रुख नहीं अपनाना चाहिए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने त्रिपुरा में सीपीआई (एम) के साथ गठबंधन किया, बंगाल में लेफ्ट के साथ और केरल में उनके खिलाफ बोल रहे थे। यह भ्रम कांग्रेस में है, हमें कोई भ्रम नहीं है। वहीं, पलटवार में कांग्रेस के पवन खेड़ा ने कहा कि हमें कोई भ्रम नहीं है। आप और वे दोनों पूर्वोत्तर चुनाव लड़ रहे थे, तो क्या हम कह सकते हैं कि वे भ्रमित हैं? उन्होंने कहा कि जब हम छोटे थे तो एचएमवी के रिकॉर्ड सुनते थे जो कलकत्ता से आते थे। फुल फॉर्म क्या था? उनके मास्टर की आवाज। आज कोलकाता से वही आवाजें आ रही हैं। 

इसे भी पढ़ें: Rahul Gandhi के समर्थन में TMC सांसद शत्रुघ्न सिन्हा, कहा- जब उन्होंने गलती नहीं की तो माफी क्यों मांगेगे?

टीएमसी सांसद ने यह भी कहा कि आप विपक्षी नेताओं से 10-15 घंटे पूछताछ करते हैं और उन्हें रिमांड में लेते हैं। क्या अडानी से 8-10 घंटे पूछताछ करने के लिए पर्याप्त सबूत नहीं हैं? यह रहस्य क्या है? सिर्फ एक, कि अडानी को पीएम मोदी का संरक्षण प्राप्त है। यह हमारा आरोप है और वे संसद में चर्चा नहीं होने देते। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि हमारा कहना है कि गैर-बीजेपी सरकारें यह तय करें कि क्या राज्य स्तर पर अडानी घोटाले की जांच की जा सकती है, यह हमारा सुझाव है। हमें उम्मीद है कि गैर-भाजपा सरकारें इस पर विचार करेंगी। 

We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़