कटमनी में 'ना' कहने पर TMC विधायक का 'नाराज'! 'बेघर' जमीनी स्तर के कार्यकर्ता
तृणमूल कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने दावा किया कि कलकत्ता उच्च न्यायालय के आदेश के बावजूद अमाता पुलिस स्टेशन की निष्क्रियता के कारण वे घर नहीं लौट सके। कल उन्होंने घर वापसी के लिए जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा। निर्मल मज़ीर का दावा है कि वे बेघर लोग असामाजिक हैं, विपक्षी दलों से जुड़े हैं, शिकायतकर्ताओं की जमीनी स्तर की संबद्धता से इनकार करते हैं।
हावड़ा (हावड़ा लोकसभा पोल) के अमता में तृणमूल (टीएमसी) सत्ता से बाहर हो गई है। उलुबेरिया उत्तर के विधायक निर्मल माजी और उनके साथियों ने कथित तौर पर पिछले 3 वर्षों से अमतर चंद्रपुर के लगभग 70 परिवारों को बेदखल कर दिया है। शिकायतकर्ताओं का दावा है कि वे सभी तृणमूल कार्यकर्ता और समर्थक हैं। कथित तौर पर वे 100 दिनों के काम सहित विभिन्न सरकारी योजनाओं में कटौती देने से इनकार करने के कारण तृणमूल विधायक निर्मल माज़िर के क्रोध का शिकार हो गए हैं।
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तृणमूल कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने दावा किया कि कलकत्ता उच्च न्यायालय के आदेश के बावजूद अमाता पुलिस स्टेशन की निष्क्रियता के कारण वे घर नहीं लौट सके। कल उन्होंने घर वापसी के लिए जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा। निर्मल मज़ीर का दावा है कि वे बेघर लोग असामाजिक हैं, विपक्षी दलों से जुड़े हैं, शिकायतकर्ताओं की जमीनी स्तर की संबद्धता से इनकार करते हैं।
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