750 करोड़ की लागत से भव्य होगा उज्जैन महाकाल कॉरिडोर, जून माह में पीएम मोदी करेंगे उद्घाटन
उज्जैन से डीएम आशीष सिंह ने बताया कि यह प्रोजेक्ट करीब 750 करोड़ रुपये का है। इस कॉरिडोर के बनने से महाकाल मंदिर का परिसर जो अभी 2 हेक्टेयर का है, वो बढ़कर 20 हेक्टेयर का हो जाएगा। इसका पहला चरण 350 करोड़ का है।
मध्य प्रदेश के पवित्र शहर उज्जैन में विश्व प्रसिद्ध महाकाल मंदिर के कॉरिडोर का निर्माण पूरा हो चुका है। फाइनल फर्निशिंग का काम चल रहा है। इस कॉरिडोर का निर्माण 750 करोड रुपए की लागत से हुआ है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उज्जैन स्मार्ट सिटी कंपनी को मई में काम पूरा कराने के निर्देश दिए हैं। कंपनी के सीईओ आशीष पाठक ने 15 मई से पहले सारे काम पूरा करवाने का दावा किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जून में उज्जैन के महाकाल मंदिर विस्तार योजना के प्रथम चरण का उद्घाटन करेंगे। उज्जैन से डीएम आशीष सिंह ने बताया कि यह प्रोजेक्ट करीब 750 करोड़ रुपये का है। इस कॉरिडोर के बनने से महाकाल मंदिर का परिसर जो अभी 2 हेक्टेयर का है, वो बढ़कर 20 हेक्टेयर का हो जाएगा। इसका पहला चरण 350 करोड़ का है।
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इसका काम लगभग पूरा कर लिया गया है। इस परिसर में महाकाल कारिडोर, फेसिलिटी सेंटर, सरफेस पार्किंग, महाकाल द्वार का निर्माण कराया जा रहा है। इस महाकाल कॉरिडोर पर जितना पैसा खर्च होगा उसमें से 422 करोड़ रुपये प्रदेश सरकार, 21 करोड़ रुपये मंदिर समिति और बाकी का पैसा केंद्र सरकार ने दिया है। महाकाल कॉरिडोर प्रोजेक्ट के तहत रुद्रसागर तरफ 920 मीटर लंबा कॉरिडार, महाकाल मंदिर प्रवेश द्वार, दुकानों, मूर्तियों का निर्माण सात मार्च 2019 को शुरू हुआ था. गुजरात की एक फर्म इस काम को करवा रही है। पहले इसे सितंबर 2020 में पूरा होना था। लेकिन इस अबतक कई बार बढ़ाया जा चुका है। महाकाल कॉरिडोर का आकार काशी में बने काशी विश्वनाथ कॉरिडोर से करीब 3 गुना बड़ा है।
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