Uttarakhand: पौड़ी के गजल्ड गांव में आतंक का पर्याय रहा नरभक्षी तेंदुआ ढेर

दो दिसंबर को गजल्ड गांव में तेंदुए ने चार वर्षीय बच्चे पर झपट्टा मार कर उसे तब घायल कर दिया था जब वह अपनी मां और एक अन्य महिला के साथ आंगनबाड़ी से लौट रहा था।
उत्तराखंड में पौड़ी जिले के गजल्ड गांव में आतंक का पर्याय रहे एक नरभक्षी तेंदुए को बुधवार रात वन विभाग ने ढेर कर दिया। यहां जारी एक सरकारी विज्ञप्ति के अनुसार, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के त्वरित और सख्त निर्देशों के बाद वन विभाग ने विशेष शिकारियों की टीम तैनात की मार गिराया।
क्षेत्र में हुई घटनाओं को गंभीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए थे कि ग्रामीणों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है और इसमें किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इसके बाद, वन विभाग, स्थानीय प्रशासन और शिकारियों के समन्वित प्रयास से यह कार्रवाई की गयी।
सरकार ने आश्वासन दिया है कि प्रभावित क्षेत्र में सतर्कता और गश्त बढ़ाई जाएगी ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों को भरोसा दिलाया है कि उनकी सुरक्षा और जीवन की रक्षा के लिए राज्य सरकार पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
गढ़वाल वन प्रभाग के प्रभागीय वन अधिकारी (डीएफओ) अभिमन्यु सिंह ने बताया कि नरभक्षी तेंदुए को रात करीब नौ बजे मार गिराया गया। उन्होंने बताया कि मारे गए तेंदुए का डीएनए नमूना लेकर परीक्षण किया जाएगा जिससे यह स्पष्ट हो सके कि यह वही नरभक्षी तेंदुआ है।
दो दिसंबर को गजल्ड गांव में तेंदुए ने चार वर्षीय बच्चे पर झपट्टा मार कर उसे तब घायल कर दिया था जब वह अपनी मां और एक अन्य महिला के साथ आंगनबाड़ी से लौट रहा था। उसके दो दिन बाद चार दिसंबर की सुबह तेंदुए ने मंदिर से लौट रहे 45 वर्षीय राजेंद्र नौटियाल पर हमला कर दिया था जिसमें उनकी मौत हो गई थी।
इन घटनाओं के बाद क्षेत्र के ग्रामीणों में काफी आक्रोश था जिसके बाद मुख्यमंत्री के निर्देश पर प्रमुख सचिव (वन) आरके सुधांशु के नेतृत्व में उच्चाधिकारियों के एक दल ने मौके पर जाकर नौटियाल के परिजनों तथा ग्रामीणों से भेंटकर उन्हें समस्या के समाधान का भरोसा दिलाया था।
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