वक्फ विधेयक लोगों का ध्यान भटकाने और फिजूल बहस को बढ़ावा देने के लिए है : Akhilesh

Akhilesh
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Prabhasakshi News Desk । Feb 15 2025 11:52AM

अखिलेश यादव ने कहा कि संसद में पेश किया गया वक्फ (संशोधन) विधेयक लोगों का ध्यान मुख्य मुद्दों से हटाकर उन्हें अनावश्यक बहस में उलझाने और अर्थव्यवस्था को बढ़ाने में विफलता को छिपाने की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत केंद्र सरकार की चाल है। समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष ने कहा कि बजट से निराशा ही हाथ लगी है।

वाराणसी (उत्तर प्रदेश) । समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि संसद में पेश किया गया वक्फ (संशोधन) विधेयक लोगों का ध्यान मुख्य मुद्दों से हटाकर उन्हें अनावश्यक बहस में उलझाने और अर्थव्यवस्था को बढ़ाने में विफलता को छिपाने की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत केंद्र सरकार की चाल है। कन्नौज से सांसद यादव ने वक्फ (संशोधन) विधेयक पर संयुक्त समिति की रिपोर्ट संसद के दोनों सदनों में पेश किए जाने के एक दिन बाद ‘फीके’ बजट के लिए सरकार पर निशाना साधा।

उन्होंने वाराणसी में केंद्रीय बजट की आलोचना करते हुए कहा कि सरकार भारत की अर्थव्यवस्था को वैश्विक स्तर पर पांचवें से तीसरे स्थान पर लाने का दावा करती है लेकिन बजट से निराशा ही हाथ लगी है। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने सरकार पर विनिर्माण क्षेत्र को समर्थन देने में विफल रहने का आरोप लगाया और कहा कि इसकी वजह से ‘मेक इन इंडिया’ जैसे नारे अप्रभावी हो गए हैं। उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘सरकार ने अब वास्तविक मुद्दों से लोगों का ध्यान हटाने और लोगों को फिजूल की बहसों में उलझाए रखने के लिए नया विधेयक (वक्फ विधेयक का जिक्र करते हुए) पेश किया है। यह मुख्य मुद्दों से ध्यान हटाने की भाजपा की पुरानी रणनीति है।’’

यादव ने भारत को विकसित राष्ट्र बनाने और वाराणसी को क्योटो में बदलने के सरकार के दावों की भी आलोचना की। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अमेरिका यात्रा के बारे में पूछे जाने पर यादव ने कहा, ‘‘यह अच्छी बात है कि वह विदेश गए हैं, लेकिन उन्हें अमेरिका के लिए भारतीय बाजार खोलने के बजाय हमारे लोगों को लाभ पहुंचाने वाले व्यापार सौदे वापस लाने चाहिए।’’ उन्होंने संसद में की गई अपनी एक टिप्पणी को याद करते हुए कहा, ‘‘पिछली बार मोदी जी हीरे लेकर अमेरिका गए थे, इस बार कम से कम सोने की चेन तो ले ही जा सकते थे।’’

उन्होंने नौकरियों के लिए संघर्ष कर रहे तथा अवैध रूप से प्रवास कर रहे भारतीयों के बारे में भी चिंता जताई। उन्होंने दावा किया, ‘‘विकसित भारत का सपना यह होना चाहिए कि हमारे नागरिकों को नौकरियों की कमी के कारण देश छोड़कर न जाना पड़े। कई राज्यों, खासकर पंजाब और गुजरात में बड़ी संख्या में लोग अवैध तरीके से दूसरे देशों में जा रहे हैं। अगर ऐसी सूची तैयार की जाए तो गुजरात में अवैध प्रवासियों की संख्या सबसे अधिक होगी।’’

यादव ने कहा, ‘‘भारत को इतना मजबूत होना चाहिए कि कोई भी देश हमारे नागरिकों को हथकड़ी लगाकर निर्वासित न कर सके और उनके साथ अपराधियों जैसा व्यवहार न कर सके। यह तथ्य कि भारतीयों को ‘अमृत काल’ के दौरान निर्वासित करके अमृतसर में उतारा गया, यह भारत और उसके नागरिकों का अपमान है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैंने हमेशा कहा है कि व्यापार संबंधों को मजबूत किया जाना चाहिए, लेकिन भारत सरकार को अपने बाजार को विदेशी शक्तियों के हवाले नहीं करना चाहिए।’’ मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लागू करने के बारे में पूछे जाने पर यादव ने कहा, ‘‘इसे बहुत पहले लागू किया जाना चाहिए था।

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