प्यार से समझाऊंगा, CAA पर नए अमेरिकी राजदूत के रुख को लेकर बोले जयशंकर

जो बाइडेन के करीबी सहयोगी एरिक गार्सेटी की इस सप्ताह भारत में अमेरिकी राजदूत के रूप में पुष्टि की गई है। पद के लिए पहली बार उनके नाम की घोषणा किए जाने के लगभग 26 महीने बाद उन्हें शीर्ष राजनयिक भूमिका मिली। विदेश मंत्रालय ने नई दिल्ली में अमेरिकी दूत के रूप में गार्सेटी की पुष्टि का स्वागत किया और कहा कि वह बहुआयामी द्विपक्षीय संबंधों को आगे बढ़ाने के लिए उनके साथ काम करने के लिए उत्सुक है। हालाँकि, 52 वर्षीय डेमोक्रेट भारत में मानवाधिकारों के मुखर आलोचक रहे हैं।
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उन्होंने कहा था कि नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) मुसलमानों के प्रति भेदभावपूर्ण है और यह कानून उनकी व्यस्तता का एक मुख्य हिस्सा होगा। इंडिया टुडे कॉन्क्लेव 2023 में विदेश मंत्री एस जयशंकर से पूछा गया कि भारत में गार्सेटी का स्वागत कैसा होगा तो इसके जवाब में विदेश मंत्री की तरफ से इस तरह का रिएक्शन सामने आया। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने आगे कहा कि अगर आप यूरोप को देखेंगे तो वहां जर्मनी के लोगों को आसानी से नागरिकता मिल जाती है।
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उन्होंने कहा कि अगर कोई पाकिस्तानी हिंदू है जिसका उत्पीड़न किया गया हो, वो भारत की जगह और कहां जाएगा। जयशंकर ने आगे कहा कि ये एक ऐसी सच्चाई है, जिसे हर कोई जानता है। विदेश मंत्री ने आगे हल्के अंदाज में एरिक गार्सेटी को लेकर कहा कि आने दीजिए उन्हें, प्यार से समझा देंगे।
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