सादगी पसंद नूतन की पर्सनल लाइफ काफी उतार-चढ़ाव भरी थी

Nutan
Prabhasakshi
रेनू तिवारी । Jun 4 2022 10:18AM

1969 में अभिनेत्री नूतन और अभिनेता संजीव कुमार फिल्म 'देवी' में एक साथ काम कर रहे थे। नूतन हमेशा इस फिल्म के सेट पर अकेली बैठती थीं और किसी से ज्यादा बात नहीं करती थीं। लेकिन, जैसे-जैसे उनकी झिझक धीरे-धीरे कम होती गई, उनकी सह-कलाकार संजीव कुमार से दोस्ती हो गई।

हिंदी सिनेमा की सबसे मशहूर, खूबसूरत और बेहतरीन अदाकारा नूतन आज हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनकी यादें आज भी सभी के जेहन में ताजा हैं। नूतन मिस इंडिया का खिताब जीतने वाली पहली अभिनेत्री थीं। नूतन ने अपने करियर में कई बेहतरीन फिल्में की हैं। नूतन का नाम बॉलीवुड की उन बेहतरीन अभिनेत्रियों में शुमार है जिन्होंने अपने उत्कृष्ट अभिनय से हिन्दी फिल्मों में वह मुकाम हासिल किया जिसे आज भी याद किया जाता है। यह वह समय था जब फिल्में पुरूष प्रधान होती थीं, अपने सशक्त अभिनय के चलते नूतन को उस समय भी भूमिकाएं हीरो के समकक्ष मिलीं। साथ ही उनके जीवन से जुड़े कई किस्सों पर भी चर्चा हुई। अभिनेता संजीव कुमार से जुड़ा एक मामला भी जगजाहिर है। बॉलीवुड में फिल्मों में एक साथ काम करने के दौरान एक अभिनेता और एक अभिनेत्री के बीच अफेयर होना आम बात है। जब कोई फिल्म खत्म होती है तो कई रिश्ते आगे बढ़ते हैं तो कई टूट जाते हैं। संजीव कुमार और नूतन की फिल्म निर्माण के दौरान दोनों का नाम साथ में जोड़ा गया और यह काफी चर्चा में रहे। नाम हमेशा जुड़े और चर्चा में रहे हैं। माना जाता है कि संजीव कुमार ने नूतन के साथ अफेयर की खबरों को हवा दी थी जिसके बाद नूतन ने उन्हें थप्पड़ मारा था।

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जब सबके सामने संजीव कुमार को नूतन ने जड़ दिया था थप्पड़

1969 में अभिनेत्री नूतन और अभिनेता संजीव कुमार फिल्म 'देवी' में एक साथ काम कर रहे थे। नूतन हमेशा इस फिल्म के सेट पर अकेली बैठती थीं और किसी से ज्यादा बात नहीं करती थीं। लेकिन, जैसे-जैसे उनकी झिझक धीरे-धीरे कम होती गई, उनकी सह-कलाकार संजीव कुमार से दोस्ती हो गई। जब संजीव और नूतन की दोस्ती बढ़ी तो अखबारों में उनके अफेयर की खबरें आने लगीं। दोस्ती को अफेयर बताने पर एक्ट्रेस नराज भी हुई। एक दिन, जब उनके पास शूटिंग के बाद खाली समय था, वह नए सेट पर एक पत्रिका पढ़ रही थीं। इस मैगजीन ने उनके और संजीव के रिश्ते के बारे में लिखा था। नवागंतुक बहुत शांत और सौम्य थे, लेकिन इस खबर को पढ़कर वे अपने आप को रोक नहीं पाए। वह हंस रहे थे। गुस्से में आकर नूतन सीधे संजीव के पास गई और उसे सीधा थप्पड़ मार दिया। सेट पर मौजूद कई लोगों ने इस घटना को देखा। इसके बाद भी खबरों का सिलसिला थमा नहीं। उनके पति राजेश बहल के मुताबिक खबर आई थी कि नूतन ने संजीव को सबक सिखाया था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, नूतन और उनके पति को शक था कि अफेयर की खबर संजीव कुमार ने ही फैलाई थी।

नूतन का व्यक्तिगत जीवन और कॅरियर

नूतन का जन्म 4 जून 1936 को मुंबई में हुआ था। वह एक फिल्मी पृष्ठभूमि वाले परिवार से थीं, उनके पिता कुमार सेन समर्थ फिल्मों के निर्देशक और मां शोभना समर्थ प्रसिद्ध अभिनेत्री थीं। शोभना समर्थ को वर्ष 1997 में फिल्मफेयर के स्पेशल अवार्ड से नवाजा गया था। नूतन की नानी रतन बाई भी अभिनेत्री और भजन गायिका थीं जिन्होंने 1936 में बनी फिल्म ‘भारत की बेटी’ में अभिनय के साथ-साथ एक भजन  ‘तेरे पूजन को भगवान, बना मन मंदर आलीशान’ भी गाया, यह भजन उन्होंने खुद ही लिखा भी था जिसे उस समय में खूब पसंद किया गया। नूतन की बहिन तनूजा हिन्दी सिनेमा की फेमस अभिनेत्री रही हैं और तनुजा की बेटी काजोल आज की सफल अभिनेत्री हैं वहीं नूतन के बेटे मोहनीश बहल भी बॉलीवुड के एक जाने-माने अभिनेता हैं और अब मोहनीश बहल की बेटी प्रनूतन भी अभिनय की ओर बढ़ रही हैं। प्रनूतन ने सलमान खान की फिल्म नोटबुक से बॉलीवुड से डेब्यू किया है। प्रनूतन इस परिवार की पांचवी पीढ़ी हैं जिन्होंने अभिनय को अपना कॅरियर चुना।

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नूतन ने काफी छोटी उम्र से फिल्मों में काम करना शुरू कर दिया था। 1945 में जब वह महज आठ साल की थीं अपने पिता के निर्देशन में बनी फिल्म ‘नल-दमयंती’ में वह बतौर बाल कलाकार फिल्मों में आईं, इसके बाद 1950 में उन्होने फिल्म ‘हमारी बेटी’ और 1951 में फिल्म ‘नगीना’ में काम किया। फिल्म नगीना के साथ नूतन का एक रोचक किस्सा है। इस फिल्म में डरावने सीन होने की वजह से इसे ए सर्टिफिकेट दिया गया था। नूतन जब अपनी इस फिल्म को सिनेमा हॉल में देखने गईं तो वॉचमैन ने उन्हें यह कहकर बाहर ही रोक दिया कि यह एडल्ट फिल्म है, उम्र छोटी होने के कारण आप यह फिल्म नहीं देख सकतीं। 

1952 में नूतन ने फेमिना मिस इंडिया प्रतियोगिता में भाग लिया और उसे जीता भी, इस खिताब को पाने वाली वह पहली अभिनेत्री थीं। उस समय वह सोलह वर्ष की थीं। मिस इंडिया के समारोह में नूतन को मिस मसूरी का ताज भी पहनाया गया था। 

अभिनय की विधिवत शिक्षा के लिए नूतन 1953 में स्विटजरलैंड गईं जहां से उन्होंने एक्टिंग के साथ-साथ कथक डांस और संगीत की शिक्षा भी प्राप्त की। नूतन की आवाज बहुत सुरीली थी, अपनी कुछ फिल्मों ‘हमारी बेटी’ ‘छबीली’ और ‘पेइंग गेस्ट’ में उन्होंने खुद की आवाज में गीत भी गाए।

- रेनू तिवारी

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